भिवानी : अपनी विभिन्न मांगों को लेकर भिवानी में आशा वर्कर्स का धरना लगातार जारी है. अपने प्रदर्शन की कड़ी में बुधवार को आशा वर्कर्स ने भिवानी में कृषि मंत्री के घर के बाहर धरना दिया और वहीं 24 घंटे का पड़ाव डाल दिया. उनका कहना था कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएगी, तब तक उनका धरना यूं ही जारी रहेगा
कृषि मंत्री के घर पड़ाव : आशा वर्कर्स यूनियन की जिला सचिव सुशीला ने कहा कि उनका धरना जारी है. भिवानी में आशा वर्कर्स कृषि मंत्री के घर पहुंची हैं और वहीं उन्होंने 24 घंटे का पड़ाव डाल दिया है.
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सरकार से मांगें मानने की अपील : उन्होंने बताया कि कृषि मंत्री के घर के बाहर ही मांगों के समर्थन में नारेबाजी के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जाएंगे. साथ ही उन्होंने सरकार से उनकी मांगों को जल्द मानने की अपील की. सुशीला ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानेगी, तब तक धरना यूं ही जारी रहेगा.
क्या है आशा वर्कर्स की मांगें : अब आपको बताते हैं कि आखिर आशा वर्कर्स की क्या मांगे हैं. दरअसल आशा वर्कर्स सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग कर रही हैं. साथ ही उनकी डिमांड है कि उनका न्यूनतम वेतन बढ़ाकर 26 हज़ार किया जाए. साथ ही उनके इंसेंटिव में 50 फीसदी कटौती को बहाल किया जाए. इसके अलावा आशा वर्कर्स ईपीएफ और ईएसआई की सुविधा की भी मांग कर रही है. साथ ही आशा वर्कर्स रिटायरमेंट की उम्र 60 साल करने की डिमांड कर रही हैं. इसके अलावा रिटायरमेंट पर पेंशन और ग्रैच्युटी देने की भी उनकी मांग है.