भिवानी: एआईयूटीयूसी से संबंधित मिड-डे-मील कार्यकर्ताओं ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि भिवानी के अधिकतर स्कूलों में मार्च 2020 से मई 2020 तक का मानदेय अभी तक नहीं मिला है. जिससे जिले भर की मिड-डे-मील कार्यकर्ताओं को पिछले 3 महीने से आर्थिक बदहाली का सामना करना पड़ रहा है.
मिड-डे-मील कार्यकर्ता यूनियन की जिला सचिव राजबाला ने बताया कि हमें मामूली मानदेय 3500 प्रतिमाह मिलता है, वह भी समय पर नहीं मिलता है. जिम्मेदार विभागीय पदाधिकारियों को गरीब घरों की मिड-डे-मील कुक की कोई परवाह नहीं है, न ही लापरवाह अधिकारियों पर किसी प्रकार की कार्रवाई होती है. इसलिए गरीब मिड-डे-मील कार्यकर्ताओं का मामूली मानदेय भी हर महीने नहीं डाला जाता.
'काम किया मानदेय नहीं मिला'
कार्यकर्ता राजबाला ने बताया कि लॉकडाउन में सभी कार्यकर्ताओं ने विद्यार्थियों को घर-घर राशन वितरित किया है, लेकिन मानदेन नहीं दिया गया. इसलिए लॉकडाऊन में नियमों का पालन करते हुए जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी भिवानी और जिला उपायुक्त भिवानी को 3 महीने का बकाया मानदेय दिलाने के बारे ज्ञापन सौंपा गया है.
प्रदर्शन करने की दी चेतावनी
वहीं कार्यकर्ताओं ने निदेशक मौलिक शिक्षा हरियाणा पंचकूला को ईमेल के जरिए ज्ञापन देकर अवगत कराया गया है. इसके साथ ही जिला सचिव ने बताया कि अगर एक हफ्ते में बकाया मानदेय नहीं निकाला जाता तो हमें मुख्यालय भिवानी पर प्रदर्शन करने को मजबूर होना पड़ेगा.
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