भिवानी: बहुत जल्द भिवानी जिले के सभी गांव चंडीगढ़ की तरह चमकने लगेंगे. जिला प्रशासन ने इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली है. गांवों को साफ-सुथरा रखने के लिए सबसे पहले लोगों को जागरूक किया जाएगा.
उसके बाद गंदगी फैलाने पर 50 रुपये से लेकर 5 हजार रुपये तक जुर्माना वसूल किया जाएगा. सब कुछ ठीक रहा तो पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान को चार चांद लगेंगे. भिवानी जिले के सभी 304 गांव जल्द ही चंडीगढ़ की तरह चमकने लगेंगे.
हर तरफ गंदगी
भिवानी जिले का शायद ही कोई ऐसा गांव होगा, जिसमें प्रवेश करते ही जगह-जगह कूड़े व गंदगी के ढ़ेर दिखाई ना दें. ये गंदगी ही है कि गांवों को शहरों से अलग करती है. गांवों के पिछड़ने का सबसे बड़ा कारण गंदगी ही है.
अकसर गांवों की गलियों में, नालियों में गंदगी देखने को मिलती है. यही नहीं स्कूल हो या अस्पताल या अन्य कोई सरकारी भवन उसके आसपास भी गंदगी और गोबर के ढ़ेर मिलेंगे. जोहड़ हो या कोई अन्य खाली जगह, चारों तरफ गंदगी के ढ़ेर दिखते हैं. ये गंदगी ना केवल गांवों के विकास को रोकती है, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ मानसिकता को भी गंदा करती है.
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'कूड़े और कचरे के लिए बनाया जाएगा वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट'
अब जिला प्रशासन ने जिले के सभी गांवों को शहरों की तर्ज पर चकाचक करने के लिए मास्टर प्लान बनाया है. इसके तहत लोगों को जागरूक कर गंदगी ना फैलाने के लिए जागरूक किया जाएगा. उसके बाद जुर्माना लगाने का प्रावधान किया जाएगा. इसके साथ ही कूड़े और कचरे के प्रबंधन के लिए हर गांव में वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बनाया जाएगा. इसके लिए प्रशासन ने 52 करोड़ 80 लाख रपये के बजट की डिमांड मुख्यालय को भेजी है.
एडीसी डॉक्टर मनोज कुमार ने बताया कि गांव को साफ सुथरा रखने के लिए स्वच्छ दस्ते बनाए गए हैं, जो गांव-गांव जाकर ग्रामीणों को स्वछता के प्रति जागरूक करेंगे. उन्होंने बताया कि पहला चरण जागरुकता के लिए चलाया जाएगा और उसके बाद पंचायतों के माध्यम से जुर्माना वसूला जाएगा.
ग्रामीणों ने की प्रशासन की सराहना
खास बात ये है कि प्रशासन की इस पहल की ग्रामीण भी सराहना कर रहे हैं. ग्रामीणों का मानना है कि लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक किया जाए. कूड़े और कचरे का प्रबंधन सही से हो, जुर्माना लगाने वाली कमेटी में सामाजिक व प्रभावशाली लोग हों और युवा सहयोग करें तो इस योजना को कामयाबी मिल सकती है.