भिवानी: हरियाणा के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल (Agriculture minister JP Dalal) ने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त एवं सुदृढ बनाने के लिए दुग्ध उत्पादन और दुग्ध से जुडे उत्पाद व मछली पालन को (milk production and fish farming in Haryana) बढ़ावा देना चाहिए. इसके साथ ही फसल विविधिकरण में नए कृषि प्रोजेक्ट और बागवानी को भी व्यवसाय के रुप में अपनाना चाहिए. जेपी दलाल ने कहा कि सरकार किसानों का हक सवाया करने पर बल दे रही है. मछली पालन, पशुपालन, बागवानी एवं कृषि से जुड़ी योजनाएं किसान की आमदनी दोगुनी करने में सहायक ही नहीं, बल्कि कारगर है. इसके लिए सरकार ने हर जिले में बड़े पशु अस्पताल खोलने और 50 से अधिक कॉल सेंटर खोलने का निर्णय लिया है. जिसके तहत गंभीर पशुओं का ईलाज एक कॉल पर करने के लिए चिकित्सक उनके घर तक पहुंचेंगे.
कृषि मंत्री जेपी दलाल हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड द्वारा राजकीय पशु चिकित्सालय लोहारू के सिवानी में बाल पशु मेले में (JP Dalal in Siwani's Bal Pashu mela) पशुपालकों को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि दूध और कृषि के प्रोजेक्ट के लिए प्रोसेसिंग यूनिट भी स्थापित की जाएगी. जिससे किसानों को सीधे उनके नजदीक ही व्यापार से जोडा जा सके.
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 10 हजार करोड़ रुपए का दुग्ध उत्पादन है. इसे दोगुना करने पर बल दिया जा रहा है. एनसीआर क्षेत्र के नजदीक होने के कारण यह लक्ष्य आसानी से हासिल किया जा सकता है. इसके लिए कृषि, बागवानी, पशुपालन एवं मछली पालन के लिए अधिकारियों से पूर्ण तालमेल से कार्य करने के निर्देश दिए. दलाल ने कहा कि पशुपालकों को दुग्ध उत्पादन बढाने के लिए मुर्राह नस्ल के पशुओं से कृत्रिम गर्भाधान करवाना चाहिए.
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इसके साथ ही कृषि मंत्री ने कहा कि फसल विविधिकरण में हरियाणा के किसानों को बागवानी फसलों में फल एवं फूल की खेती को बढाना चाहिए. जिससे वे हर रोज नकद आमदनी की ओर बढ़ सकें. उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढेगी और उनके जीवन में खुशहाली आएगी. जिससे गांवों के साथ राज्य का भी आर्थिक विकास होगा.
कृषि मंत्री ने कहा कि पीपीपी योजना के तहत गरीबी दूर करने के लिए मुख्यमंत्री ग्रामोदय उत्थान मेलों का आयोजन किया जा रहा है. इसके तहत एक लाख परिवारों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने दुग्ध उत्पादकों की लाखों रुपए की प्रोत्साहन राशि के 120 पुरस्कार वितरित किए. इसके अलावा मुख्यमंत्री किसान खेतीहर बीमा योजना के तहत 7 लाभार्थियों को 3.50 लाख रुपए की राशि वितरित की.
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जेपी दलाल ने किसानों से खेती की ज्योत घटती जा रही है, और लागत बढ़ती जा रही है, इसलिए परंपरागत खेती की बजाय बागवानी, सब्जी, मशरूम, सूअर पालन, मुर्गी पालन, भेड़ पालन, मधुमखी पालन व मच्छली पालन आदि के व्यवसाय को अपनाने का अनुरोध किया. जिससे उनकी आय व रोजगार बढ़ सके. उन्होंने कहा कि किसानों को सूक्ष्म सिंचाई योजना को अपनाना चाहिए. जिस पर सरकार द्वारा सब्सिडी दी जा रही है. इससे उत्पाद और आय बढ़ेगी और पानी की बचत होगी.
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