अंबाला: बीते 24 दिनों से किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं. किसानों का साफ कहना है कि जब तक नए कृषि कानून वापस नहीं लिए जाएंगे, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. इसी मुद्दे पर ईटीवी भारत की टीम ने केंद्रीय राज्यमंत्री रतनलाल कटारियां से खास बातचीत की.
रतनलाल कटारिया ने कहा कि किसानों को बहकाया जा रहा है और ये काम विपक्षी पार्टियां कर रही हैं. उन्होंने किसानों से हाथ जोड़कर अपील की और कहा कि किसी के बहकावे में ना आएं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साथ दें.
साथ ही उन्होंने कहा केंद्र सरकार किसानों द्वारा उठाई गई सभी मांगों को मानने के लिए तैयार है, लेकिन किसान उसके बावजूद सड़कों पर बैठे हुए हैं. मेरी उनसे हाथ जोड़कर अपील है कि वो केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से बातचीत करें और अपना आंदोलन वापस लें.
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जब रतनलाल कटारिया से पूछा गया कि पंजाब से आ रहे किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने वाटर कैनन चलाया, आंसू गैस के गोले तक छोड़े. यहां तक कि नेशनल हाईवे की सड़क तक खोद गई. इस सवाल पर कटारिया हिचकिचाते नजर आए. उन्होंने कहा कि मैं किसानों के खिलाफ कुछ नहीं कहना चाहता. लॉ एंड ऑर्डर राज्य के हाथ में होता है. इतना ही कहना चाहता हूं कि किसान सरकार से बातचीत करें और इस आंदोलन को वापस लें.
नगर निगम चुनाव पर क्या बोले कटारिया?
रतनलाल कटारिया ने कहा कि निकाय चुनावों को लेकर हम अंबाला के हर कोने में चुनाव प्रचार कर रहे हैं और हमें अंबाला वासियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है. उन्होंने कहा कि विधायक असीम गोयल ने अंबाला में बहुत से विकास कार्य करवाए हैं, लेकिन अब जमीनी स्तर पर उन विकास कार्यों में और अधिक तेजी लाने के लिए हमने अपना मेयर प्रत्याशी मैदान में उतारा है.
इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि जेजेपी की वार्ड नंबर-11 की प्रत्याशी गीता रानी का नामांकन रद्द हो चुका है तो इसके लिए क्या रणनीति अपनाई गई है. इस सवाल के जवाब में कटारिया ने कहा कि ये मामला अभी-अभी मेरे संज्ञान में आया है. इस बारे में क्या फैसला लिया जाएगा और कैसी रणनीति होगी इसका फैसला स्थानीय इकाई लेगी.