अंबाला: हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेता राजा पटेरिया के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या वाले विवादित बयान पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ मामला दर्ज हो गया है. पुलिस ने उनको गिरफ्तार भी कर लिया है. अनिल विज ने कहा कि उनके ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. बता दें कि राजा पटेरिया के इस बयान को कांग्रेस राजनीतिक हत्या बताते हुए डैमेज कंट्रोल कर रही है.
अरुणाचल प्रदेश में नौ दिसंबर को हुई तवांग झड़प पर बयान (anil vij on indian and chinese soldiers clash) दिया. अनिल विज ने कहा है कि चीन की सेना एक बार फिर से बॉर्डर पर उछलकूद कर रही है. बता दें कि भारतीय सेना और चीन के सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट नौ दिसंबर को झड़प (clashes in arunachal pradesh tawang) हुई.
जिसमें भारतीय जवानों ने चीनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब दिया. इस झड़प में छह भारतीय जवान मामूली रूप से घायल हुए. भारतीय सेना ने सोमवार को ये जानकारी दी. पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच 30 महीने से अधिक समय से जारी सीमा गतिरोध के बीच पिछले शुक्रवार को संवेदनशील क्षेत्र में एलएसी पर यांग्त्से के पास झड़प हुई.
भारतीय थलसेना ने एक बयान में कहा, 'पीएलए के सैनिकों के साथ तवांग सेक्टर में एलएसी पर नौ दिसंबर को झड़प (indian and chinese soldiers clash in tawang) हुई. हमारे सैनिकों ने चीनी सैनिकों का दृढ़ता के साथ सामना किया. इस झड़प में दोनों पक्षों के कुछ जवानों को मामूली चोटें आईं.' सेना ने कहा, 'दोनों पक्ष तत्काल क्षेत्र से पीछे हट गए. इसके बाद हमारे कमांडर ने स्थापित तंत्रों के अनुरूप शांति बहाल करने के लिए चीनी समकक्ष के साथ 'फ्लैग बैठक' की.' सेना के बयान में झड़प में शामिल सैनिकों और घटना में घायल हुए सैनिकों की संख्या का उल्लेख नहीं किया गया.
सेना ने कहा कि 'तवांग सेक्टर में एलएसी पर क्षेत्रों को लेकर दोनों पक्षों की अलग-अलग धारणा है. अरुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर में एलएसी से सटे अपने दावे वाले कुछ क्षेत्रों में दोनों पक्ष गश्त करते हैं. यह सिलसिला 2006 से जारी है.' माना जाता है कि झड़प में घायल हुए चीनी सैनिकों की संख्या काफी अधिक हो सकती है. पूर्वी लद्दाख में रिनचेन ला के पास अगस्त 2020 के बाद से भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच यह पहली बड़ी झड़प है.