अंबाला: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज मंगलवार को अंबाला स्थित अपने आवास पर मीडिया से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने देश में चल रहे कई मुद्दों को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की. इसी कड़ी में विज ने ज्ञानव्यापी मामले को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. विज ने कहा कि ज्ञानव्यापी कोई उर्दू , अरबी या फारसी का शब्द नहीं है. ये एक हिंदी का शब्द है और शब्द को देख कर लगता है की ये हिंदू मंदिर ही रहा होगा. विज ने ये भी कहा की क्यूंकि मामला कोर्ट में है तो इसका फैसला भी कोर्ट करेगी.
मीडिया से बातचीत के दौरान विज ने एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी पर भी तंज कसा है. उन्होंने कहा कि अगर देश में भड़काऊ भाषण देने का गोल्ड मेडल देना हो तो वो ओवैसी को मिलना चाहिए. इसके अलावा विज ने दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल द्वारा कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा और राहुल भट्ट की हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों के भयभीत होने के बयान पर भी पलटवार किया. विज ने कहा की जबसे हमारी सरकार आई है कश्मीरी पंडित अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. उनमें सुरक्षा का भाव बढ़ाने के लिए ही धारा 370 को समाप्त किया गया है. विज ने केजरीवाल को नाटककार बताते हुए कहा की उन्हें तो कोई न कोई मुद्दा उठाना होता है.
तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री डाक्टर के पोनमुडी ने हाल ही में बयान दिया था की अंग्रेजी के सामने हिंदी की कोई हैसियत नहीं, हिंदी बोलने वाले पांडुचेरी में पानीपूरी बेचते हैं. उनके इस ब्यान पर भी विज ने अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा की हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है. जो इस धरती को अपना राष्ट्र मानता है उसे इसका सम्मान करना चाहिए. राष्ट्र भाषा का सम्मान सबको करना चाहिए भले ही वो मंत्री हो या आम आदमी हो.
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