अंबाला: किसान आंदोलन को 100 से भी अधिक दिन हो चुके है, लेकिन अभी तक सरकार और किसानों में किसी भी तरह का कोई समझौता होता दिखाई नहीं दे रहा. जिसके चलते हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी नेताओं के कई सामाजिक कार्यक्रम रद्द हो चुके हैं.
ऐसा ही मामला अंबाला शहर में भी देखने को मिल रहा है. अंबाला शहर के पंचायत भवन में बीते तीन महीनों से लगभग 293 ट्राइसाइकिल जिन्हें दिव्यागों को केंद्रीय राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया को वितरित करना था. किसान विरोध के चलते वितरित नहीं कर पा रहे. आलम ये है कि 293 ट्राइसाइकिल पंचायत भवन में पड़ी-पड़ी कबाड़ होती जा रही है.
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10 साइकिलें बच्चों और 68 बुजुर्गों को वितरित की जानी हैं साइकिलें
बता दें कि, आंदोलन की वजह से कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो पा रहा है और अब यह साइकिलें कबाड़ हो रही हैं. रेडक्राॅस की देखरेख में अभी ये साइकिलें पड़ी हैं. इनमें 215 ट्राई साइकिलें हैं. जिन्हें दिव्यांग स्वयं चला सकते हैं. जिनमें से 10 साइकिलें बच्चों के लिए जबकि 68 साइकिलें बुजुर्गों के लिए हैं. तीन महीने से ये साइकिल पंचायत भवन में पड़ी होने की वजह से अब साइकिलों पर जंग भी लगना शुरू हो गया है. वहीं कई साइकिलों की हवा निकल चुकी है.
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रेडक्रॉस कई बार मुख्यालय को लिख चुका है खत
रेडक्राॅस की सचिव विजय लक्ष्मी ने कहा कि ट्राइसाइकिल बांटने को लेकर मुख्यालय को कई बार लिखा है कि साइकिल खराब हो रही हैं इन्हें बंटवाया जाए. मुख्यालय से आदेशों के बाद कार्रवाई होगी.