अंबाला: बुधवार को अंबाला के शंभू बॉर्डर पर किसानों की ओर से काला दिवस मनाया गया. जिसकी अगुवाई किसान नेता गुरनाम चढूनी ने की. इस दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान चढूनी ने कहा कि यूपी के किसान हरियाणा से ज्यादा ताकत वाले हैं. उन्हें भी हरियाणा के किसानों के जैसे वहां के बीजेपी नेताओं का घेराव करना चाहिए.
गुरनाम सिंह ने कहा कि ये आंदोलन तबतक चलेगा, जब तक किसान जीत नहीं जाता. बातचीत हो या न हो ये अलग बात है. सरकार सोच रही थी कि आंदोलन लंबा चलेगा तो टूट जाएगा, लेकिन अब सरकार टूट रही है और आंदोलन मजबूत हो रहा है. सरकार की मर्जी है कि वो कब तक आंदोलन चलवाना चाहती है. सरकार 2024 तक चलवाना चाहती है या आज खत्म करना चाहती है.
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किसान नेता चढूनी ने कहा कि हम तो देश बचाने और देश हित की बात कर रहे हैं. यूपी के किसानों से समर्थन की बात पर गुरनाम सिंह ने कहा कि हरियाणा छोटा सा स्टेट है और हम गांवों में बीजेपी नेताओं को भगाने का काम कर रहे हैं तो वहीं यूपी तो बहुत बड़ा स्टेट है और वहां के लोग हम से ताकतवर भी हैं. ऐसे में उन्हें भी नेताओं का विरोध करना चाहिए.
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विपक्षी दलों की ओर से किसानों को दिए गए समर्थन के जवाब पर गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि ये आंदोलन ही विपक्षी पार्टियों का है. देश उन्होंने चलाना है, वोट उन्होंने लेना है, राज उन्होंने करना है, लेकिन वो आराम से सोच रहे हैं. उन्हें देश को बचाने के लिए आगे आना चाहिए और लड़ना चाहिए.