अंबाला: हरियाणा में गठबंधन सरकार के मंत्रियों को लगातार किसानों का विरोध झेलना पड़ रहा है. प्रदेश सरकार के मंत्री न किसी कार्यक्रम में हिस्सा ले पा रहें हैं और न ही कोई बैठक कर पा रहे हैं. किसानों के विरोध के चलते मंत्रियों को अपने कार्यक्रम रद्द करने पड़ रहे हैं. बता दें कि, बीते सोमवार को पंचायत भवन में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर जिले में आयोजित कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता करने पहुंच रहे थे.
विरोध के कारण शिक्षा मंत्री का कार्यक्रम हुआ था रद्द
वहीं भारतीय किसान यूनियन के सदस्य सुबह से ही शिक्षा मंत्री का पंचायत भवन के बाहर विरोध कर रहे थे. जिसके चलते शिक्षा मंत्री कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए. इस दौरान अंबाला पुलिस प्रशासन ने भी बैरिकेडिंग, वाटर कैनन और भारी पुलिस बल तैनात किया था.
किसानों और पुलिस में हुआ था टकराव
किसानों और पुलिस प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति भी उत्पन्न हो गई थी. जिसके मद्देनजर बैरिकेडिंग तोड़ने व पुलिस के साथ धक्का-मुक्की कर जान से मारने की धमकी देने पर 250 किसानों के खिलाफ अंबाला पुलिस ने केस दर्ज किया है. ये मामला सेक्टर-9 थाना एसएचओ सुरेश कुमार की शिकायत पर दर्ज किया गया है. इस धक्का-मुक्की के दौरान किसानों ने एसएचओ सुरेश कुमार को धक्का दिया था और उनके अंगूठे में चोट भी लगी थी.
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एसएचओ सुरेश कुमार ने बताया कि वह फोर्स के साथ बैरिकेट्स पर तैनात थे. इसी दौरान करीब 250 किसान काफी संख्या में आए और पंचायत भवन की तरफ जाने के लिए बैरिकेडिंग को हटाकर पुलिस कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की करना शुरू कर दी. जबकि किसानों को समझाने व रोकने का काफी प्रयास किया गया मगर किसान नहीं मानें.
इस दौरान किसानों ने कोरोना काल के चलते लगी धारा-144 के नियमों का उल्लंघन कर संक्रमण को बढ़ाने जैसा काम किया है. इसके अलावा किसानों ने कर्मचारियों के साथ गाली गलौच कर अभद्र भाषा का प्रयोग किया है. इसी को लेकर 250 अज्ञात किसानों पर मामला दर्ज किया है.
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