अंबाला: किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत मुआवजा ना मिलने के चलते बुधवार से जिला उपायुक्त के दफ्तर के बाहर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठें है.
बता दें कि पिछले वर्ष अक्टूबर में जिले में ओलावृष्टि के कारण बर्बाद हुई फसलों का अभी तक सीमित किसानों को मुआवजा नहीं मिला है. जिसके चलते जिले के किसानों ने जिला उपायुक्त दफ्तर के बाहर जमकर नारेबाजी की. इतना ही नहीं अपने हक के लिए आज से किसान अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं.
भारतीय किसान यूनियन के मुलाना हल्का के प्रधान हरपाल सिंह ने बताया कि कई महीने बीत जाने के बाद भी आज तक किसानों को उपयुक्त मुआवजा नहीं मिला. हालांकि सरकार और प्रशासन दावे करते हैं कि उन्होंने जिले के 2000 किसानों को मुआवजा दिया है. लेकिन सच्चाई यह है कि पर एकड़ के हिसाब से 29700 रुपए मुआवजा मिलना चाहिए था. पर किसानों के खाते में केवल 5 से 10 हजार रुपये ही आए हैं. लेकिन किसानों की अभी भी काफी राशि सरकार पर बकाया है.
भारतीय किसान यूनियन हलका प्रधान का कहना है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा की थी कि जिन किसानों के बीमा नहीं हुआ है. उन्हेंएक एकड़ के बारह हजार रुपये के हिसाब से मुआवजा राशि दी जाएगी. लेकिन अभी तक किसी भी बिना बीमा धारक किसान के खाते में एक रुपये भी नहीं आया है. इस सब पर गुस्साएं किसानों ने कहा कि जब तक किसानों के खातों में मुआवजा राशि नहीं आ जाती तब तक वो लगातार धरने पर रहेंगे. उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें मुआवजा राशि नहीं दी गई तब तक वो अनिश्चितकाली हड़ताल पर बैठे रहेंगे.