अंबाला: देश 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, लेकिन अंबाला में किसान सरकार के खिलाफ हाथ में काले झंडे लेकर सड़कों पर उतर आए हैं. केंद्र सरकार द्वारा जारी कृषि के तीनों अध्यादेश के खिलाफ स्वतंत्रता दिवस के मौके भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले भारी संख्या में किसान अनाज मंडी में इकट्ठे हुए और हाथों में काले झंडे लिए जिला उपायुक्त कार्यालय पहुंचे. साथ किसानों ने कहा कि अगर समय रहते सरकार ने आध्यादेश वापस नहीं लिया तो 10 सितंबर को आंदोलन करेंगे.
जिला उपायुक्त कार्यालय पर किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान किसानों ने अध्यादेशों के पन्नों को भी जलाया और सरकार से अध्यादेश वापस लेने की मांग की. इस दौरान जिला प्रधान मलकीत सिंह ने कहा कि देश आजाद हो गया लेकिन किसान आज भी आजाद नहीं हुआ. इससे बड़ी शर्म की बात क्या होगी? आज के दिन भी किसानों को काले झंडे दिखाने पड़े और सड़कों पर उतरना पड़ा.
वहीं किसानों का समर्थन करने पहुंचे हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट के संस्थापक निर्मल सिंह ने कहा कि बहुत दुख की बात है कि किसानों को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी संघर्ष करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत और नियति में दिन रात का फर्क है. सरकार को ये समझना चाहिए कि किसान ही देश की अर्थव्यवस्था को चलाता है. यदि वही दुखी है तो देश का क्या होगा? सरकार को जल्द से जल्द किसान विरोधी अध्यादेश वापस लेने चाहिए अन्यथा परिणाम गंभीर होंगे.
ये भी पढ़ें:-पलवल: परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने दी जवानों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं