अंबाला: किसान संगठनों के भारत बंद के आह्वान पर हरियाणा और पंजाब के किसानों द्वारा संयुक्त रूप से कैथल-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे को ब्लॉक किया गया. इस दौरान ईटीवी भारत की टीम ने किसानों से बात की.
किसानों ने साफ कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानून किसानों के विरोधी हैं. हम सरकार से यही मांग करते हैं कि जल्द से जल्ज कृषि कानूनों को वापस लिया जाए, नहीं तो ये आंदोलन और भी लंबा चलेगा.
एक अन्य किसान ने कहा कि मोदी सरकार उद्योगपतियों की सरकार है और किसानों को बर्बाद करना चाहती है. किसान ने कहा कि जब किसान इन कानूनों को चाहते ही नहीं तो जबरदस्ती लागू करने की क्या जरूरत है.
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किसानों ने कहा कि आज सरकार किसान संगठनों के साथ बैठक कर रही है. लेकिन जब कानून बनाए गए तब सरकार ने किसानों के साथ कोई वार्ता नहीं की. अगर सरकार किसानों को लेकर चिंतित थी तो उस समय किसानों से सलाह क्यों नहीं ली गई.