अंबाला: देश और प्रदेश में पेट्रोल की कीमतें बेकाबू होती जा रही हैं. आए दिन बढ़ रही कीमतों का असर भी साफ दिखने लगा है, जो लोग पहले अपनी मोटरसाइकिल या कार से सफर करते थे, वो अब पब्लिक ट्रांसपोर्ट को सहारा ले रहे हैं.
बात करें, हरियाणा के अंबाला जिले की तो रोडवेज डिपो का रेवेन्यू में काफी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. दिसंबर महीने में अंबाला रोडवेज डिपो ने 3.17 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कलेक्ट किया था, लेकिन जनवरी महीने में ये आंकड़ा 4.21 करोड़ तक पहुंच गया. लगभग 1 करोड़ रुपये का फायदा.
निजी वाहन चालक भी आए रोडवेज बसों में
पेट्रोल और डीजल के लगातार बढ़ते दामों ने आम जनता की कमर तोड़ दी है. आलम ये है कि निजी वाहन चालक भी अब लिफ्ट लेकर या बसों में सफर करने को मजबूर हैं. आमजन का कहना है कि पहले तो कोरोना वायरस के दौरान लगाए गए लॉकडाउन से जो नुकसान हुआ उससे अभी उबर भी नहीं पाए थे कि अब पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ते दामों ने उनकी आर्थिक स्थिति को बदहाल कर दिया है.
आम जनता कर रही त्राही-त्राही!
लॉकडाउन के बाद दौड़ती अर्थव्यवस्था में तेल के बढ़ते दामों ने काफी फिसलन ला दी है, जिससे आमजन का जीवन भी महंगाई से दूभर होने लगा है. लोगों की जेबों में एक बार फिर पैसा खत्म होने लगा है और कारण सिर्फ एक ही है, पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतें.
एक साथ दोहरी मार...
तेल की बढ़ती कीमतों को देख अब आम जनता ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सहारा लिया है. बसों में भीड़ अब पहले की तुलना में काफी अधिक है. ऐसे में लोगों के सामने एक और चिंता बनी हुई है और वो है कोरोना वायरस. लोगों को महंगाई से भी बचना है और कोरोना वायरस से भी. एक साथ दोहरी मार.