अंबाला: नगर निगम अंबाला के चुनाव मुकम्मल हो चुके हैं और शहर की छोटी सरकार का गठन भी हो चुका है, लेकिन अंबाला में अब नगर निगम की मीटिंग को लेकर सियासत शुरू हो चुकी है. दरअसल, बीती 18 फरवरी को अंबाला की मेयर ने नगर निगम की बैठक बुलाई थी.
इस बैठक में सिर्फ मेयर और उनके समर्थक हरियाणा जन चेतना पार्टी के 8 पार्षद ही मीटिंग में पहुंचे थे. मेयर द्वारा चुनाव के बाद बुलाई गई निगम की पहली मीटिंग में ही राजनीतिक खींचतान देखने को मिली, क्योंकि मीटिंग में ना तो नगर निगम का कोई अधिकारी पहुंचा था और ना ही अन्य राजनीतिक पार्टी के चुने गए पार्षद.
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जिसके बाद हरियाणा जन चेतना पार्टी के पार्षदों और मेयर के खिलाफ निगम अधिकारियों और अन्य पार्टियों के पार्षदों में रोष देखने को मिला. इतना ही नहीं, हजपा के पार्षदों ने निगम अधिकारियों पर विधायक असीम गोयल में हाथों में खेलने के आरोप तक लगा डाले.
अब असीम गोयल ने इस पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि वो नगर निगम की मीटिंग नहीं थी वो एक पार्टी की मीटिंग थी. इसके साथ ही विधायक ने मेयर को एक बड़ी नसीहत देते हुए कहा कि नगर निगम रूल बुक के हिसाब से चलता है और मेयर को रूल बुक पढ़ लेनी चाहिए.
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