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भगवान राम विवादित बयान मामला: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज बोले- जीतन राम मांझी धरती के बोझ

बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के भगवान राम पर दिये विवादित बयान पर (jitan Ram Manjhi Statement On Lord Ram) हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने पलटवार किया है. विज ने जीतन राम मांझी को धरती पर बोझ बताते हुए कहा इन्हें हिंदुस्तान के इतिहास और संस्कृति की समझ नहीं है.

jitan Ram Manjhi Statement On Lord Ram
भगवान राम विवादित बयान मामला: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज बोले- जीतन राम मांझी धरती के बोझ
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Published : Apr 16, 2022, 1:20 PM IST

Updated : Apr 16, 2022, 1:36 PM IST

अंबाला: बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) भगवान राम पर दिए विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं. जमुई जिले के सिकंदरा में भीमराव अंबेडकर जयंती में शामिल होने पहुंचे मांझी ने लोगों को संबोधित करते हुए भगवान राम पर ही सवाल उठा दिए. उन्होंने कहा कि राम कोई भगवान नहीं हैं. अब मांझी के इस बयान पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने जवाब देते हुए जीतन राम मांझी को धरती पर बोझ बताया है.

हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा जीतन राम मांझी को हिंदुस्तान के इतिहास और संस्कृति की समझ नहीं (Anil Vij Reaction On jitan Ram Manjhi) है. जिस देश मे इतनी बड़ी संख्या में हिन्दू रहते हों यह कहना ठीक नहीं है. यह सबका अपमान है. भगवान राम सबके रोम- रोम में बसे हैं. लाउडस्पीकर को लेकर चल रहे विवाद पर अनिल विज ने कहा कानून सबके लिए बराबर है. किस समय कितनी फ्रीक्वेंसी में लाउडस्पीकर बजाया जाए इसका सभी को ध्यान रखना चाहिए. जाति, भाषा, क्षेत्र के आधार पर छूट नहीं होनी चाहिए. सरकारों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए.

भगवान राम विवादित बयान मामला: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज बोले- जीतन राम मांझी धरती के बोझ

क्या कहा था मांझी ने? बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने छुआछूत की प्रथा पर सवाल उठाते हुए कहा था कि महाकाव्य रामायण के अनुसार भगवान राम ने वनवासी भक्त शबरी द्वारा चढ़ाए गए जूठे फलों का सेवन किया था. किंवदंती है कि शबरी, जिसे दलित एक सांस्कृतिक प्रतीक मानते हैं हर फल को दांत से काटकर चखती है कि कहीं भगवान राम को कड़वा फल न चखना पड़े और भगवान राम ने बिना किसी घृणा भाव के जूठे फल को खाया. उच्च जाति के लोग अस्पृश्यता को दूर करने के लिए ऐसे उदाहरण का पालन क्यों नहीं करते हैं? मुझे नहीं लगता कि भगवान राम एक भगवान थे. रामायण में बहुत-सी अच्छी बातें लिखी गई हैं पर वह सिर्फ कहानी हैं. यह सच्ची घटना नहीं है. रामायण में लिखी बातों का अनुसरण करना गलत नहीं है पर वे भगवान राम को नहीं मानते हैं.

अंबाला: बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) भगवान राम पर दिए विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं. जमुई जिले के सिकंदरा में भीमराव अंबेडकर जयंती में शामिल होने पहुंचे मांझी ने लोगों को संबोधित करते हुए भगवान राम पर ही सवाल उठा दिए. उन्होंने कहा कि राम कोई भगवान नहीं हैं. अब मांझी के इस बयान पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने जवाब देते हुए जीतन राम मांझी को धरती पर बोझ बताया है.

हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा जीतन राम मांझी को हिंदुस्तान के इतिहास और संस्कृति की समझ नहीं (Anil Vij Reaction On jitan Ram Manjhi) है. जिस देश मे इतनी बड़ी संख्या में हिन्दू रहते हों यह कहना ठीक नहीं है. यह सबका अपमान है. भगवान राम सबके रोम- रोम में बसे हैं. लाउडस्पीकर को लेकर चल रहे विवाद पर अनिल विज ने कहा कानून सबके लिए बराबर है. किस समय कितनी फ्रीक्वेंसी में लाउडस्पीकर बजाया जाए इसका सभी को ध्यान रखना चाहिए. जाति, भाषा, क्षेत्र के आधार पर छूट नहीं होनी चाहिए. सरकारों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए.

भगवान राम विवादित बयान मामला: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज बोले- जीतन राम मांझी धरती के बोझ

क्या कहा था मांझी ने? बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने छुआछूत की प्रथा पर सवाल उठाते हुए कहा था कि महाकाव्य रामायण के अनुसार भगवान राम ने वनवासी भक्त शबरी द्वारा चढ़ाए गए जूठे फलों का सेवन किया था. किंवदंती है कि शबरी, जिसे दलित एक सांस्कृतिक प्रतीक मानते हैं हर फल को दांत से काटकर चखती है कि कहीं भगवान राम को कड़वा फल न चखना पड़े और भगवान राम ने बिना किसी घृणा भाव के जूठे फल को खाया. उच्च जाति के लोग अस्पृश्यता को दूर करने के लिए ऐसे उदाहरण का पालन क्यों नहीं करते हैं? मुझे नहीं लगता कि भगवान राम एक भगवान थे. रामायण में बहुत-सी अच्छी बातें लिखी गई हैं पर वह सिर्फ कहानी हैं. यह सच्ची घटना नहीं है. रामायण में लिखी बातों का अनुसरण करना गलत नहीं है पर वे भगवान राम को नहीं मानते हैं.

Last Updated : Apr 16, 2022, 1:36 PM IST
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