अंबाला: 14 मई को देशभर में ईद-उल-फितर का त्योहर मनाया जा रहा है. ईद का त्योहार मुसलमानों का सबसे बड़ा त्योहार है. रमजान का पाक महीना खत्म होने के बाद ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाता है, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश में आंशिक लॉकडाउन लगाया गया है. किसी भी समारोह पर 11 से अधिक लोगो के इकठे होने पर भी रोक लगाई गई है. ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने अंबाला जामा मस्जिद के इमाम मोहम्मद अजहर से बातचीत की, कि इस बार उन्होंने लोगों को कैसे ईद मनाने की सलाह दी है.
ईमाम मोहम्मद अजहर ने बताया कि कोरोना महामारी में सरकार द्वारा जो गाइडलाइन्स बनाई गई उसी का अनुसरण किया जाएगा. उन्होंने बताया कि ईद के मौके मस्जिद में चुनिंदा लोग ही नमाज अदा करेंगे. बाकियों को बाकायदा बता दिया गया है कि वह सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स का अनुसरण करते हुए अपने अपने घरों पर नमाज अदा करेंगे.
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सोशल मीडिया के जरिए दें मुबारकबाद
इमाम ने सरकारी नियमों का भी स्वागत करते हुए अनुयायियों से घर पर ही नमाज पढ़ने के लिए अनुरोध किया है. कोरोना संक्रमण के इस दौर में गले मिलकर ईद मुबारक ना करें, सोशल डिस्टेंस का ख्याल रखें. घर पर ईद की नमाज अदा करना थोड़ा अजीब है, लेकिन जैसा कि हम एक असामान्य स्थिति से गुजर रहे हैं, हमें नए बदलावों को स्वीकार करना चाहिए. इसके अलावा, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर आप ईद की मुबारकबाद एक-दूसरे को दे सकते हैं.
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