अंबाला: कोरोना महामारी के मद्देनजर सरकार की तरफ से मास्क नहीं पहनने पर 500 रुपये के चालान काटने का नियम बनाया गया है. जिसके अंतर्गत अंबाला जिले में लगभग एक करोड रुपए मास्क नहीं पहनने पर आमजन से वसूले जा चुके हैं. तो वहीं नेताओं की जन सभाओं और रैलियों में मास्क नहीं पहनने के चालान नहीं काटे जाते. यहां तक कि जो नेता बिना मास्क पहने भाषण दे रहे होते हैं उनके भी चालान नहीं काटे जाते. इसको लेकर आमजन में भारी रोष है.
प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज के दिशा निर्देश का पालन करते हुए 30 अक्टूबर से जिला प्रशासन ने सख्ताई बरती है. शहर में बिना मास्क लगाए बाजार में निकलने वालों के लगभग एक करोड रुपए के चालान काटे जा चुके हैं, जिसमें से अंबाला पुलिस ने 7 लाख रुपये, स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 64 लाख और नगर निगम अधिकारियों की तरफ से 8 लाख रुपये के चालान काटे जा चुके हैं.
हालांकि जनता मास्क नहीं पहनने पर चालान काटने की कार्रवाई को सही बता रही है, लेकिन उनका कहना है कि सरकार की तरफ से कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर लागू किए जा रहे सारे नियम कानून सिर्फ और सिर्फ आम जनता पर ही लागू होते हैं. बड़े-बड़े अधिकारियों और नेताओं पर वो नियम क्यों नहीं लागू होते हैं.
लोगों का कहना है कि बरोदा चुनाव में जब नेताओं की जनसभाएं या फिर रैलियां होती थी. तब भी यह निर्देश उन पर लागू क्यों नहीं हुए. लोगों ने सरकार पर एकतरफा कार्रवाई करने के आरोप लगाए. उनका कहना है कि कानून सभी के लिए एक बराबर है तो फिर यह पक्षपात नहीं होनी चाहिए.
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