नई दिल्ली : राजस्थान के जयपुर में रविवार 4 फरवरी को चित्रकूट स्टेडियम में जयपुर महाखेल का फाइनल मुकाबला हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से वर्चुअली जुड़कर इस मैच को लाइव देखा हैं. पीएम मोदी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि खेल के मैदान से कोई भी खाली हाथ नहीं आता है. खेल केवल जीतने के लिए नहीं बल्कि सीखने के लिए भी खेले जाते हैं. उन्होंने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया और कहा कि अब कोई भी युवा पैसे की कमी के चलते पिछड़ेगा नहीं सरकार इनका पूरा समर्थन करेगी. इस टूर्नामेंट का आयोजन जयपुर ग्रामीण लोकसभा सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कराया था.
फिट इंडिया कैम्पेन के तहत 15 जनवरी से जयपुर महाखेल का आगाज किया गया था. इसका फाइनल मुकाबला 4 फरवरी को चित्रकूट स्टेडियम में खेला गया है. वहीं, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि देशभर में खेल इंडिया अभियान चलाया जा रहा है. इससे खेलों के प्रति युवाओं को जागरुक किया जा सके. इस अभियान के तहत देश के सभी सांसद अपने क्षेत्रों में महाखेलों का आयोजन कर रहे हैं. इसके माध्यम से जिला और पंचायत स्तर तक खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने और उसे निखारने का मौका मिलता है. जयपुर में पिछले पांच सालों से इस टूर्नामेंट का किया जा रहा हैं.
-
सांसद खेल महाकुंभ से लेकर जयपुर महाखेल जैसे आयोजनों से देश की हजारों नई प्रतिभाएं उभरकर सामने आ रही हैं। यह सब इसलिए संभव हो पा रहा है, क्योंकि अब खिलाड़ियों को पहले की तरह मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता। pic.twitter.com/symiLe0zrb
— Narendra Modi (@narendramodi) February 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">सांसद खेल महाकुंभ से लेकर जयपुर महाखेल जैसे आयोजनों से देश की हजारों नई प्रतिभाएं उभरकर सामने आ रही हैं। यह सब इसलिए संभव हो पा रहा है, क्योंकि अब खिलाड़ियों को पहले की तरह मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता। pic.twitter.com/symiLe0zrb
— Narendra Modi (@narendramodi) February 5, 2023सांसद खेल महाकुंभ से लेकर जयपुर महाखेल जैसे आयोजनों से देश की हजारों नई प्रतिभाएं उभरकर सामने आ रही हैं। यह सब इसलिए संभव हो पा रहा है, क्योंकि अब खिलाड़ियों को पहले की तरह मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता। pic.twitter.com/symiLe0zrb
— Narendra Modi (@narendramodi) February 5, 2023
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में आज खेल प्रतिस्पर्धाओं का जो सिलसिला शुरू हुआ है यह एक बड़े बदलाव की ओर इशारा कर रहा है. राजस्थान की धरा की संतानें रणभूमि को भी अपने शौर्य से खेल का मैदान बना देती है. इसलिए इस धरती को जोस और सामर्थ्य के लिए ही जाना जाता है. यहां के युवाओं के शारीरिक और मानसिक सामर्थ्य को बढ़ाने में राजस्थान खेल परम्पराओं का बड़ा योगदान रहा है. राजस्थान ने देश को कई खेल प्रतिभाएं भी दी है और बहुत से मेडल जीतकर तिरंगे की शान को बढ़ाया है.
पढ़ें- Kenya Ladies Open : अदिति अशोक ने चौथा लेडिज यूरोपियन खिताब जीता