नई दिल्ली : टी 20 और वनडे के रोमांच के बाद अब दुनिया की सबसे बड़ी टेस्ट सीरीज शुरू होने जा रही है. टेस्ट क्रिकेट की दुनिया की दो धाकड़ टीमों के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज 9 फरवरी से खेली जाएगी. टेस्ट क्रिकेट के दो दिग्गजों के नाम पर 27 साल से चली आ रही बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज को देखने के लिए क्रिकेट फैंस और क्रिकेटर बेचैन हैं. इस सीरीज का नाम दो महान टेस्ट क्रिकेटरों के नाम पर रखा गया है.
ऑस्ट्रेलिया के एलन बॉर्डर (Allan Border) और भारत के सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) के नाम पर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी शुरू की गई. बॉर्डर और गावस्कर टेस्ट क्रिकेट के इतिहास (Border Gavaskar Trophy History) के पहले दो ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने अपने करियर में 10,000 से अधिक टेस्ट रन बनाए हैं. ट्रॉफी में सर्वाधिक रन बनाने वाले तीन खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर (3262), रिकी पोंटिंग (2555), और वीवीएस लक्ष्मण (2434) हैं.
भारत का रहा पलड़ा भारी
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में पहली बार एक ही टेस्ट मैच खेला गया था. फिरोज शाह कोटला स्टेडियम दिल्ली (अब अरुण जेटली स्टेडियम) में खेले गए मुकाबले में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दर्ज की थी. ट्रॉफी में भारत का पलड़ा भारी रहा है. दोनों टीमें 15 बार सीरीज खेली हैं, जिसमें भारत ने नौ बार जीत दर्ज की है. वहीं, ऑस्ट्रेलिया पांच बार ट्रॉफी जीता है. दोनों टीमों के बीच एक बार सीरीज ड्रॉ रही है. ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट अनिल कुंबले (111), हरभजन सिंह (95), और नाथन लियोन (94) ने लिए हैं.
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1996 में शुरू हुई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी :
भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS Test Series) के बीच टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत 1947 में हुई थी. ऑस्ट्रेलिया के एलन बॉर्डर और भारत के सुनिल गावस्कर के टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के चलते ट्रॉफी की शुरुआत हुई. साल 1996 में दोनों महान खिलाड़ियों ने संन्यास ले लिया था. उसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और बीसीसीआई (BCCI) की सहमति से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) शुरू की गई.