रेवाड़ी: रामपुरा थाना क्षेत्र के गांव राजगढ़ में एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली. परिजनों ने पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
क्या है मामला?
जानकारी के अनुसार गांव राजगढ़ निवासी अमर सिंह ने अपनी पत्नी निर्मला के नाम से पंजाब नेशनल बैंक से एक लाख 44 हजार रुपये का लोन लिया हुआ था. बैंक के बार-बार सूचित करने पर भी लोन वापस नही किया गया. जिसके बाद बैंक की याचिका पर अदालत ने निर्मला देवी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया.
गुरुवार सुबह करीब आठ बजे पुलिस ने राजगढ़ से निर्मला को अदालत मे पेश करने के लिए गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई. बताया जा रहा है की इस दौरान अमर सिंह ने जल्द ही लोन जमा कराने की बात करते हुए पत्नी को गिरफ्तार करने का विरोध किया तो पुलिसकर्मियों ने अभद्र व्यवहार किया.
पत्नी की गिरफ्तारी और पुलिस द्वारा किए गए अभद्र व्यवहार से आहत होकर अमर सिंह ने मानसिक दबाव में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस हादसे के बाद पुलिस ने महिला को अपने साथ उसके घर लेकर आई, लेकिन इस घटना के बाद गुसाए ग्रामीणों ने वहां हंगामा कर दिया.
स्थिति तनावपूर्ण देख ग्रामीणों की मांग पर गांव भड़ावास पुलिस चौकी इंचार्ज महिला एएसआई रेणु और हेड कांस्टेबल संदीप के खिलाफ रामपुरा थाना में धारा 306 और आइपीसी 34 के तहत केस दर्ज कर लिया गया.
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डीएसपी द्वारा कार्रवाई का भरोसा देने के बाद शव उठाने को राजी हुए ग्रामीण
सूचना के बाद डीएसपी जितेन्द्र और एसएचओ भारत भूषण भी मौके पर पहुँच गए लेकिन ग्रामीणों ने शव को नहीं उठाने दिया. ग्रामीण निर्मला को गिरफ्तार कर ले जाने वाले पुलिस कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग करते रहे. डीएसपी जितेंद्र द्वारा काफी समझाने के बाद शव को नागरिक अस्पताल में भिजवाया गया. शाम तक पोस्टमार्टम तो हो गया, लेकिन ग्रामीण शव उठाने को तैयार नहीं हुए. उसके बाद पुलिस ने चौकी इंचार्ज और हेडकांस्टेबल के खिलाफ केस दर्ज किया.