नूंह: फिरोजपुर झिरका पुलिस उपाधीक्षक द्वारा गत गुरुवार को एक व्यक्ति की शिकायत पर 2 साल पुराने मामले में इब्राहिम बास गांव के दो महिलाओं सहित कुल 13 लोगों के खिलाफ जातिसूचक शब्द कहने व दबाव डालकर धर्म परिवर्तन कराने तथा जान से मारने का मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने कहा कि जल्दी ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
बता दें कि, मेमचन्द निवासी भयाडी, अलवर की ओर से दी गई शिकायत है कि वो अपने गांव से अपनी रिश्तेदारी में इब्राहिम बास आता जाता था. उसका संपर्क इब्राहिम बास के सत्तार , तैयब ,शहजाद , रति खान महबूब हसन रसीद वहीद शब्बीर निज्जर रजिया सेरुणा आदि से हुआ था. जिन्होंने मिलकर 2 साल पहले दबाव बनाकर मेरा धर्म परिवर्तन करा कर खतना करा दिया.
उन्होंने आरोप लगाया कि मुझे जातिसूचक शब्द कहकर प्रताड़ित किया गया. उन्होंने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि आरोपी मुझे जबरन तबलीगी जमात में भी भेजते रहे हैं. मेरे बार-बार विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देते हैं.
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इस संबंध में फिरोजपुर झिरका पुलिस द्वारा बताया गया कि उसका बदला हुआ नाम अनस मोहम्मद है. ये अपराध 2 साल पुराना है. थाना प्रभारी रमेश कुमार ने बताया कि पीड़ित ने अपने बड़ौदा में पुलिस थाने में सभी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन राजस्थान पुलिस के अधिकारियों द्वारा जांच करने पर मामला फिरोजपुर झिरका इब्राहिम बास का पाया गया था.
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राजस्थान पुलिस की रिपोर्ट के बाद पीड़ित मेमचन्द उर्फ मोहम्मद अनस की शिकायत पर फिरोजपुर झिरका डीएसपी चंद्रपाल द्वारा फिरोजपुर झिरका थाने में इब्राहिम बास की दो महिलाओं सहित कुल 13 लोगों के खिलाफ दबाव बनाकर धर्म परिवर्तन कराने, जाति सूचक शब्द कहने की और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया है. एसपी चंद्रपाल ने कहा कि जल्दी सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
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