पानीपत: महिला सहित तीन फाइनेंसरों से तंग ऑटो चालक ने मंगलवार रात को लघु सचिवालय के पीछे ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी. दरअसल मृतक ऑटो चालक के पिता ने फाइनेंसरों से पांच-पांच हजार रुपये उधार लिए थे और ब्याज सहित चुका भी दिए थे.
फाइनेंसरों की प्रताड़ना से परेशान पिता, पत्नी और छोटे बेटे को लेकर घर छोड़कर चले गए. इसके बाद आरोपी बड़े बेटे को मारपीट कर धमकाने लगे. जिससे तंग आकर ऑटो चालक ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली.
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मृतक की पत्नी प्रियांशी ने बताया कि उसका पति नितिन ऑटो चलाता था. उन दोनों को एक बेटा और एक बेटी है. पति तीन साल पहले पिता सोराज से अलग हो गया था और वो कॉलोनी में अलग किराये के मकान में रहता था.
ससुर सोराज ने राजाखेड़ी गांव के अजय मलिक, शिवनगर की शिमला और भारत नगर के सोनू रोहल से पांच-पांच हजार रुपये ब्याज पर लिए थे. ससुर तीनों को ब्याज समेत 10-10 हजार रुपये लौटा चुके थे. इसके बाद भी आरोपी उन्हें परेशान करते थे. घर पर गाली-गलौज कर मारपीट करके ब्याज के रुपये मांगते थे. इससे तंग आकर 10 दिन पहले ससुर अपनी पत्नी और छोटे बेटे को लेकर घर छोड़कर चले गए.
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बाद में आरोपियों ने उसके पति को तंग करना शुरू कर दिया. हर रोज आकर आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देकर ब्याज के रुपये मांगने लगे. इससे पति परेशान हो चुके थे. नितिन मंगलवार सुबह ऑटो लेकर घर से निकला था. शाम करीब चार बजे पति ने उनसे कॉल कर पूछा था कि आरोपित घर तो नहीं आए. देर रात तक वो घर नहीं लौटे और मोबाइल भी बंद था. वो पड़ोसियों की मदद से रात भर बस स्टैंड और आसपास की कालोनियों में पति की तलाश करती रही. नितिन ने लघु सचिवालय के पीछे ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी.
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बुधवार दोपहर को जीआरपी ने मृतक के पास से मिले मोबाइल के आधार पर शिनाख्त की. सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर शव को स्वजनों को सौंप दिया गया. इस मामले के जांच अधिकारी एसआइ किशन कुमार ने बताया कि आरोपी अजय मलिक, शिमला और सोनू के खिलाफ धारा 306 (आत्महत्या) के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया है.