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रोहतक जेल में कैदियों से मिलने का समय घटाया, जानिए क्या हैं नए आदेश - रोहतक जेल कैदी मुलाकात समय

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए रोहतक जेल प्रशासन ने जेल में बंद कैदियों से मिलने का समय घटा दिया है. साथ ही नए मामलों में आने वाले बंदियों को पहले अलग बैरक में आइसोलेट किया जाएगा ताकि अन्य कैदियों को कोरोना से बचाया जा सके.

Rohtak Jail meeting time reduced
Rohtak Jail meeting time reduced
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Published : Apr 26, 2021, 10:39 PM IST

रोहतक: जिला जेल प्रशासन ने जेल में बंद कैदियों और बंदियों को कोरोना से बचाने के लिए विशेष प्लान तैयार किया है. जिसके तहत जेल में उनकी परिजनों से मुलाकात का समय घटा दिया गया है. नए आदेशों के तहत महीने में केवल एक बार ही मुलाकात हो सकेगी.

मौजूदा हालात को देखते हुए ये मुलाकात भी बंद की जा सकती है. साथ ही नए मामलों में आने वाले बंदियों को पहले अलग बैरक में आइसोलेट किया जाएगा ताकि अन्य कैदियों को कोरोना से बचाया जा सके.

जरूरत पड़ने पर कैदियों को रेवाड़ी जेल और सामान्य अस्पताल में उपचार के लिए शिफ्ट किया जाएगा. जेल में बंद कैदियों के स्वास्थ्य पर पूरी नजर रखी जा रही है. जेल परिसर और बैरकों में लगातार सैनिटाइजेशन करवाया जा रहा है.

ये भी पढ़ेंः हरियाणा में इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन बनाने वालों को मेडिकल ऑक्सीजन बनाने के आदेश, सिलेंडर डीसी ऑफिस में जमा कराना होगा

जेल में जो भी बंदी बाहर से आ रहे हैं, उन्हें पहले से यहां रह रहे बंदियों, कैदियों से अलग रखने की व्यवस्था की गई है. ऐसे मामलों में नए बंदियों को सामान्य बैरक से अलग बनी बैरकों में रखा जाएगा. जब उनका स्वास्थ्य ठीक मिलेगा तो उन्हें सामान्य बैरकों में भेज दिया जाएगा.

इसके अलावा किसी मुकदमे में गिरफ्तार होने वाले व्यक्ति का सबसे पहले कोविड टेस्ट करवाया जा रहा है. रिपोर्ट मिलने के बाद ही आरोपित को कोर्ट के समक्ष पेश किया जाता है. अगर रिपोर्ट पॉजिटिव मिलती है तो उपचार के लिए पीजीआई या सामान्य अस्पताल में बनाए गए वार्ड में भेजा जाएगा.

ये भी पढ़ेंः कोरोना संकट: हरियाणा में बनाया गया ऑक्सीजन कंट्रोल रूम, 3 आईएएस और 6 HCS अधिकारी तैनात

रोहतक: जिला जेल प्रशासन ने जेल में बंद कैदियों और बंदियों को कोरोना से बचाने के लिए विशेष प्लान तैयार किया है. जिसके तहत जेल में उनकी परिजनों से मुलाकात का समय घटा दिया गया है. नए आदेशों के तहत महीने में केवल एक बार ही मुलाकात हो सकेगी.

मौजूदा हालात को देखते हुए ये मुलाकात भी बंद की जा सकती है. साथ ही नए मामलों में आने वाले बंदियों को पहले अलग बैरक में आइसोलेट किया जाएगा ताकि अन्य कैदियों को कोरोना से बचाया जा सके.

जरूरत पड़ने पर कैदियों को रेवाड़ी जेल और सामान्य अस्पताल में उपचार के लिए शिफ्ट किया जाएगा. जेल में बंद कैदियों के स्वास्थ्य पर पूरी नजर रखी जा रही है. जेल परिसर और बैरकों में लगातार सैनिटाइजेशन करवाया जा रहा है.

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जेल में जो भी बंदी बाहर से आ रहे हैं, उन्हें पहले से यहां रह रहे बंदियों, कैदियों से अलग रखने की व्यवस्था की गई है. ऐसे मामलों में नए बंदियों को सामान्य बैरक से अलग बनी बैरकों में रखा जाएगा. जब उनका स्वास्थ्य ठीक मिलेगा तो उन्हें सामान्य बैरकों में भेज दिया जाएगा.

इसके अलावा किसी मुकदमे में गिरफ्तार होने वाले व्यक्ति का सबसे पहले कोविड टेस्ट करवाया जा रहा है. रिपोर्ट मिलने के बाद ही आरोपित को कोर्ट के समक्ष पेश किया जाता है. अगर रिपोर्ट पॉजिटिव मिलती है तो उपचार के लिए पीजीआई या सामान्य अस्पताल में बनाए गए वार्ड में भेजा जाएगा.

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