ETV Bharat / city

मैं प्रदेश का गृहमंत्री होता तो अब तक सभी काम हो जाते- भूपेंद्र हुड्डा

भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में धान, शराब और रजिस्ट्री के घोटाले हुए हैं और हरियाणा सरकार के मंत्री और मुख्यमंत्री पहले घोटालों को लेकर हमेशा इनकार करते रहते थे. अब ये घोटाले कैसे निकल आए. मुख्यमंत्री और गृहमंत्री में तो सामंजस्य ही नहीं है.

opposition leader Bhupinder Singh Hooda reaction on scams in haryana
opposition leader Bhupinder Singh Hooda reaction on scams in haryana
author img

By

Published : Aug 30, 2020, 8:23 PM IST

रोहतक: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भारतीय जनता पार्टी की मौजूदा प्रदेश सरकार पर जमकर कटाक्ष किया और विभिन्न घोटालों का जिक्र करते हुए हुड्डा ने तो यहां तक कह दिया कि अगर मैं प्रदेश का गृहमंत्री होता तो अब तक सभी काम हो जाते, बाकी गृह मंत्री की शक्तियों के बारे में अनिल विज से पूछा जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि आखिर बीजेपी के मंत्री जिन घोटालों के न होने की बात करते थे, वो घोटाले अब कैसे निकल आए. इन घोटालों की सीबीआई से जांच होनी चाहिए या फिर विधानसभा की एक कमेटी बनाई जाए जो इस मामले की जांच करके सारा दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा रविवार को रोहतक पहुंचे थे. जहां उन्होंने सर्किट हाऊस में एक प्रेस वार्ता की. जिसमें भारतीय जनता पार्टी पर जमकर कटाक्ष किए.

भूपेंद्र हुड्डा ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा, देखें वीडियो

'घोटालों की जांच हो'

भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में धान, शराब और रजिस्ट्री के घोटाले हुए हैं और हरियाणा सरकार के मंत्री और मुख्यमंत्री पहले घोटालों को लेकर हमेशा इनकार करते रहते थे. अब ये घोटाले कैसे निकल आए. मुख्यमंत्री और गृहमंत्री में तो सामंजस्य ही नहीं है. अगर मैं प्रदेश का गृहमंत्री होता तो अभी तक सब कुछ हो जाता. गृहमंत्री की शक्तियों के बारे में अनिल विज से पूछा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इन घोटालों की जांच सीबीआई, हाईकोर्ट के सिटिंग जज या विधानसभा द्वारा बनाई गई एक कमेटी के द्वारा होनी चाहिए. ताकि सच सामने आ सके.

'कोरोना पर बीजेपी सरकार विफल'

भूपेंद्र हुड्डा ने कहा की कोरोना मामलों पर लगाम लगाने में बीजेपी पूरी तरह से विफल रही है और कोरोना संक्रमण को रोकने की बजाय एक्सपेरिमेंट करने में जुटी हुई है. यही नहीं सड़कों पर कोरोना का बहाना लेकर स्कूटर और मोटरसाइकिल सवार लोगों को परेशान करने में जुटे हुए हैं.

'अपराध में हरियाणा नंबर वन'

हुड्डा ने कहा कि प्रदेश बेरोजगारी और अपराध के मामले में पूरे देश में नंबर वन है. जिसका उदाहरण साफ तौर पर देखने को मिल रहा है कि जिस तरह से महेंद्रगढ़ में एसपी ने मंत्री के खिलाफ ही शिकायत दर्ज करा दी. ये कहीं ना कहीं प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा करता है.

'सरकार चौथा अध्यादेश लाए'

उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के लिए तीन अध्यादेश लेकर आई है और कहा जा रहा है कि इन अध्यादेशों से किसानों की स्थिति में सुधार आएगा लेकिन स्थिति इसके विपरीत है. व्यापारी फसलों को एमएसपी से भी नीचे खरीद रहे हैं. सरकार को चाहिए कि एक चौथा अध्यादेश भी पारित हो जिसमें एमएसपी से नीचे फसल खरीदने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जानी चाहिए और अगर ऐसा अध्यादेश आता है तो उसका समर्थन करेंगे.

'राइट टू रिकॉल की शुरुआत MLA और MP से हो'

पंचायतों को लेकर राइट टू रिकॉल के प्रावधान को लेकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा बोले कि राइट टू रिकॉल होना चाहिए लेकिन शुरुआत एमएलए और एमपी से होनी चाहिए. पंचायतों को बेवजह मोहरा ना बनाया जाए. जहां तक बर्खास्त पीटीआई टीचरों का मामला है तो सुप्रीमकोर्ट में हरियाणा सरकार द्वारा सही तरीके से पैरवी नहीं की गई जिस वजह से इनकी नौकरी गई हैं. अब हरियाणा सरकार संवैधानिक शक्तियों का प्रयोग करते हुए इनको दोबारा बहाल करें. गत कांग्रेस सरकार के दौरान इस तरह से कई फैसले लिए गए थे.

भूपेंद्र हुड्डा ने बरोदा उपचुनाव में कांग्रेस की जीत का दावा करते हुए कहा कि इनेलो हो बासी कढ़ी के उबाल वाली पार्टी है और जनता इस विधानसभा उपचुनाव में उन्हें ये दिखा भी देगी.

ये भी पढ़ें- कोरोना काल में फेल हुआ डोर-टू-डोर सफाई अभियान, घरेलू कचरे का नहीं हुआ निष्पादन

रोहतक: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भारतीय जनता पार्टी की मौजूदा प्रदेश सरकार पर जमकर कटाक्ष किया और विभिन्न घोटालों का जिक्र करते हुए हुड्डा ने तो यहां तक कह दिया कि अगर मैं प्रदेश का गृहमंत्री होता तो अब तक सभी काम हो जाते, बाकी गृह मंत्री की शक्तियों के बारे में अनिल विज से पूछा जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि आखिर बीजेपी के मंत्री जिन घोटालों के न होने की बात करते थे, वो घोटाले अब कैसे निकल आए. इन घोटालों की सीबीआई से जांच होनी चाहिए या फिर विधानसभा की एक कमेटी बनाई जाए जो इस मामले की जांच करके सारा दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा रविवार को रोहतक पहुंचे थे. जहां उन्होंने सर्किट हाऊस में एक प्रेस वार्ता की. जिसमें भारतीय जनता पार्टी पर जमकर कटाक्ष किए.

भूपेंद्र हुड्डा ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा, देखें वीडियो

'घोटालों की जांच हो'

भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में धान, शराब और रजिस्ट्री के घोटाले हुए हैं और हरियाणा सरकार के मंत्री और मुख्यमंत्री पहले घोटालों को लेकर हमेशा इनकार करते रहते थे. अब ये घोटाले कैसे निकल आए. मुख्यमंत्री और गृहमंत्री में तो सामंजस्य ही नहीं है. अगर मैं प्रदेश का गृहमंत्री होता तो अभी तक सब कुछ हो जाता. गृहमंत्री की शक्तियों के बारे में अनिल विज से पूछा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इन घोटालों की जांच सीबीआई, हाईकोर्ट के सिटिंग जज या विधानसभा द्वारा बनाई गई एक कमेटी के द्वारा होनी चाहिए. ताकि सच सामने आ सके.

'कोरोना पर बीजेपी सरकार विफल'

भूपेंद्र हुड्डा ने कहा की कोरोना मामलों पर लगाम लगाने में बीजेपी पूरी तरह से विफल रही है और कोरोना संक्रमण को रोकने की बजाय एक्सपेरिमेंट करने में जुटी हुई है. यही नहीं सड़कों पर कोरोना का बहाना लेकर स्कूटर और मोटरसाइकिल सवार लोगों को परेशान करने में जुटे हुए हैं.

'अपराध में हरियाणा नंबर वन'

हुड्डा ने कहा कि प्रदेश बेरोजगारी और अपराध के मामले में पूरे देश में नंबर वन है. जिसका उदाहरण साफ तौर पर देखने को मिल रहा है कि जिस तरह से महेंद्रगढ़ में एसपी ने मंत्री के खिलाफ ही शिकायत दर्ज करा दी. ये कहीं ना कहीं प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा करता है.

'सरकार चौथा अध्यादेश लाए'

उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के लिए तीन अध्यादेश लेकर आई है और कहा जा रहा है कि इन अध्यादेशों से किसानों की स्थिति में सुधार आएगा लेकिन स्थिति इसके विपरीत है. व्यापारी फसलों को एमएसपी से भी नीचे खरीद रहे हैं. सरकार को चाहिए कि एक चौथा अध्यादेश भी पारित हो जिसमें एमएसपी से नीचे फसल खरीदने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जानी चाहिए और अगर ऐसा अध्यादेश आता है तो उसका समर्थन करेंगे.

'राइट टू रिकॉल की शुरुआत MLA और MP से हो'

पंचायतों को लेकर राइट टू रिकॉल के प्रावधान को लेकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा बोले कि राइट टू रिकॉल होना चाहिए लेकिन शुरुआत एमएलए और एमपी से होनी चाहिए. पंचायतों को बेवजह मोहरा ना बनाया जाए. जहां तक बर्खास्त पीटीआई टीचरों का मामला है तो सुप्रीमकोर्ट में हरियाणा सरकार द्वारा सही तरीके से पैरवी नहीं की गई जिस वजह से इनकी नौकरी गई हैं. अब हरियाणा सरकार संवैधानिक शक्तियों का प्रयोग करते हुए इनको दोबारा बहाल करें. गत कांग्रेस सरकार के दौरान इस तरह से कई फैसले लिए गए थे.

भूपेंद्र हुड्डा ने बरोदा उपचुनाव में कांग्रेस की जीत का दावा करते हुए कहा कि इनेलो हो बासी कढ़ी के उबाल वाली पार्टी है और जनता इस विधानसभा उपचुनाव में उन्हें ये दिखा भी देगी.

ये भी पढ़ें- कोरोना काल में फेल हुआ डोर-टू-डोर सफाई अभियान, घरेलू कचरे का नहीं हुआ निष्पादन

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.