रोहतक: हरियाणा विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. ऐसे में सभी नेता जनता को साधने की कोशिश कर रहे हैं. इसी कड़ी में सीएम मनोहर लाल खट्टर रोहतक पहुंचे. जहां दो बार कैबिनेट मंत्री एवं बादली से पांच बार विधायक रहे चौधरी धीरपाल के परिवार अरविंद गुलिया और अभिषेक गुलिया को बीजेपी ज्वॉइन करवाई.
पार्टी को मिलेगी मजबूती
इतना ही नहीं बरवाला विधानसभा के पूर्व इनेलो विधायक वेद नारंग, गुहला-चीका से विधायक रहे फूलसिंह खेड़ी और रतिया से पूर्व में मंत्री रहे रामस्वरूप रामा को बीजेपी में शामिल करवाया. माना जा रहा है इन नेताओं के जाने से पार्टी को मजबूती मिलेगी.
बादली विधानसभा सीट का इतिहास
1977 में वजूद में आई बादली विधानसभा के लिए अब तक 9 बार चुनाव हुए हैं. पहली बार यहां से चौधरी हरद्वारी लाल जीते. लेकिन उसके बाद बादली एक तरह से चौधरी धीरपाल की होकर रह गई. उन्होंने 5 बार लगातार इसी पर जीत का परचम लहराया और चार बार पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष चौधरी मनफूल सिंह को भी हराया. धीरपाल ने कभी हार का मुंह नहीं देखा. लेकिन खराब स्वास्थ्य के चलते उन्होंने 2005 का चुनाव नहीं लड़ा और 2014 के चुनाव से पहले उनका निधन हो गया.
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2005 और 2009 में नरेश शर्मा ने यहां पहले निर्दलीय और फिर कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल की और क्रमशः चतर सिंह व बिजेंद्र सिंह चातर, मनफूल सिंह के बेटे को हराया. मोदी लहर में 2014 की जीत भाजपा के ओमप्रकाश धनखड़ की रही. उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी कुलदीप वत्स को पराजित किया. इनेलो ने धीरपाल की पत्नी सुमित्रा को मैदान में उतारा था. लेकिन वे तीसरे स्थान पर रही. कांग्रेस के नरेश शर्मा चौथे पायदान पर रहे. बादली से धीरपाल और ओमप्रकाश धनखड़ मंत्री रहे. तमाम जिंदगी देवीलाल व चौटाला के भरोसेमंद सिपाही रहे धीरपाल 2009 के विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेसी हो गए.