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छत्तीसगढ़ में शहीद हुआ रोहतक का जवान, सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार - सीआरपीएफ जवान पामेड आईईडी ब्लास्ट में शहीद

छत्तीसगढ़ में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवान सतपाल (CRPF jawan Satpal martyred in Chhattisgarh) का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. गुरूवार देर रात सतपाल का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया. इस दौरान हजारों की तादाद में गांव के लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए.

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Published : Sep 30, 2022, 12:51 PM IST

रोहतक: छत्तीसगढ़ में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवान सतपाल (CRPF jawan Satpal martyred in Chhattisgarh) (30) का पार्थिव शरीर गुरुवार रात नौ बजे बोहर गांव पहुंचा. सैकड़ों युवाओं का काफिला शहीद के शव को गांव के 10 किलोमीटर पहले से फूलों से सजी गाड़ी में लेकर आया. इस दौरान गाड़ी के आगे-आगे सैकड़ों युवक बाइक पर सवार होकर चल रहे थे. शहीद सतपाल के पार्थिव शरीर को पहले उनके घर लाया गया. जहां सीआरपीएफ के जवानों और गांव वालों ने पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी. इसके बाद श्मशान में सीआरपीएफ जवान सतपाल का अंतिम संस्कार किया (last Rites Of CRPF Jawan Satpal) गया.

वहीं, शहीद सतपाल की पत्नी मेनका ने कहा कि उसे पति की शहादत पर गर्व है, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए जान दी है. इस दौरान शहीद के 6 साल के बेटे जितेश ने देशभक्ति गीत गाकर पिता को श्रद्धांजलि दी.

रोहतक के बोहर गांव के सतपाल साल 2012 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे. फिलहाल उनकी तैनाती छत्तीसगढ़ के बीजापुर में थी. साल 2016 में उनकी शादी हुई थी. वे अपने पीछे दो बच्चों और पत्नी को अकेला छोड़ गए. सतपाल के बड़े भाई ललित कुमार भी सीआरपीएफ में ही तैनात हैं.

सतपाल के परिजनों ने बताया कि बुधवार रात फोन आया कि सीआरपीएफ की एक टीम अपने कैंप से चिंताबगु नदी के पास सर्च अभियान पर निकली थी. कैंप से करीब एक किलोमीटर दूर ही अचानक सतपाल का पैर नक्सलियों द्वारा बिछाए गए लैंडमाइन पर आ (CRPF JAWAN MARTYRED IN IED BLAST IN PAMED) गया. जोरदार धमाके के चलते सतपाल गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे तत्काल कैंप में लाया गया, जहां उसे बचाया नहीं जा सका.

सीआरपीएफ के आईजी मूलचंद पंवार ने कहा कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सली सुरक्षा एजेंसियों से सीधे लड़ाई नहीं लड़ते, बल्कि वहां जंगल में लैंड माइनिंग बिछा दी जाती है. इसी गश्त के दौरान सतपाल शहीद हो (Satpal martyred in IED Blast In PAMED OF BIJAPUR) गया. उन्हें सतपाल की शहादत पर गर्व है. वे शहीद के परिवार के साथ हैं. सरकार की ओर से वादा करते हैं कि उनके बच्चे जब 18 साल के हो जाएंगे. उन्हें नौकरी दी जाएगी.

रोहतक: छत्तीसगढ़ में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवान सतपाल (CRPF jawan Satpal martyred in Chhattisgarh) (30) का पार्थिव शरीर गुरुवार रात नौ बजे बोहर गांव पहुंचा. सैकड़ों युवाओं का काफिला शहीद के शव को गांव के 10 किलोमीटर पहले से फूलों से सजी गाड़ी में लेकर आया. इस दौरान गाड़ी के आगे-आगे सैकड़ों युवक बाइक पर सवार होकर चल रहे थे. शहीद सतपाल के पार्थिव शरीर को पहले उनके घर लाया गया. जहां सीआरपीएफ के जवानों और गांव वालों ने पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी. इसके बाद श्मशान में सीआरपीएफ जवान सतपाल का अंतिम संस्कार किया (last Rites Of CRPF Jawan Satpal) गया.

वहीं, शहीद सतपाल की पत्नी मेनका ने कहा कि उसे पति की शहादत पर गर्व है, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए जान दी है. इस दौरान शहीद के 6 साल के बेटे जितेश ने देशभक्ति गीत गाकर पिता को श्रद्धांजलि दी.

रोहतक के बोहर गांव के सतपाल साल 2012 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे. फिलहाल उनकी तैनाती छत्तीसगढ़ के बीजापुर में थी. साल 2016 में उनकी शादी हुई थी. वे अपने पीछे दो बच्चों और पत्नी को अकेला छोड़ गए. सतपाल के बड़े भाई ललित कुमार भी सीआरपीएफ में ही तैनात हैं.

सतपाल के परिजनों ने बताया कि बुधवार रात फोन आया कि सीआरपीएफ की एक टीम अपने कैंप से चिंताबगु नदी के पास सर्च अभियान पर निकली थी. कैंप से करीब एक किलोमीटर दूर ही अचानक सतपाल का पैर नक्सलियों द्वारा बिछाए गए लैंडमाइन पर आ (CRPF JAWAN MARTYRED IN IED BLAST IN PAMED) गया. जोरदार धमाके के चलते सतपाल गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे तत्काल कैंप में लाया गया, जहां उसे बचाया नहीं जा सका.

सीआरपीएफ के आईजी मूलचंद पंवार ने कहा कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सली सुरक्षा एजेंसियों से सीधे लड़ाई नहीं लड़ते, बल्कि वहां जंगल में लैंड माइनिंग बिछा दी जाती है. इसी गश्त के दौरान सतपाल शहीद हो (Satpal martyred in IED Blast In PAMED OF BIJAPUR) गया. उन्हें सतपाल की शहादत पर गर्व है. वे शहीद के परिवार के साथ हैं. सरकार की ओर से वादा करते हैं कि उनके बच्चे जब 18 साल के हो जाएंगे. उन्हें नौकरी दी जाएगी.

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