रोहतक: पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुरुवार को गांव पाकस्मा में आंदोलन के दौरान अपनी जान की कुर्बानी देने वाले किसानों के परिजनों से मिलने पहुंचे. पूर्व मुख्यमंत्री गांव पाकस्मा के किसान जयभगवान के परिजनों से मिलने के बाद गांव लाढोत के शहीद जवान राजेश के यहां पहुंचे और परिवार से मिलकर शोक प्रकट किया. उन्होंने शहीद राजेश को श्रद्धांजलि अर्पित की.
सरकार पर निशाना साधते हुए पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि सरकार के रवैये से लगता है कि वो सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनने का नाटक कर रही है. उसे पता है कि किसान पहले दिन से तीन कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी गारंटी कानून की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं.
बावजूद इसके, सरकार मुद्दे को गोल-गोल घुमाकर कभी कानूनों में संशोधन की बात करती है तो कभी कमेटी बनाने की, तो कभी कानूनों को स्थगित करने की. ऐसा लगता है कि सरकार आंदोलन को खत्म करवाना ही नहीं चाहती. कल होने वाली वार्ता में किसानों की मांगों को सरकार द्वारा मान लिया जाना चाहिए.
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मृत किसानों के परिजनों से मिलने के दौरान हुड्डा लगातार भरोसा दिलाते रहे हैं कि किसानों के परिवार खुद को अकेला महसूस ना करें. दुख की इस घड़ी में भी हम सब उनके साथ खड़े हैंं. पूर्व मुख्यमंत्री ने आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसान जयभगवान को श्रद्धांजलि दी और परिजनों को ढांढ़स बंधाया.
गौरतलब है कि हुड्डा ने सरकार से आंदोलन में जान गंवाने वाले किसान को शहीद का दर्जा देने, परिजनों को ज्यादा से ज्यादा आर्थिक मदद और नौकरी देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि हम लगातार सरकार से ये मांग कर रहे हैं, लेकिन मांग मानना तो दूर, सरकार किसानों के परिवार के प्रति सहानुभूति के दो शब्द भी बोलने को तैयार नहीं है. सरकार का ये संवेदनहीन रवैया सभी को कष्ट पहुंचाने वाला है.
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने अगर किसानों परिवारों की मदद नहीं की तो हमारी सरकार बनने के बाद इस काम को हम करेंगे. फिलहाल कांग्रेस विधायक दल अपनी तरफ से आन्दोलन में जान कुर्बान करने वाले प्रदेश के सभी किसान परिवारों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता कर रहा है, लेकिन जरूरी है कि सरकार भी इन परिवारों की मदद के लिए आगे आए.
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