पानीपत: जिला प्रशासन कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ाने पर अमादा है. पानीपत के मॉडल टाउन में रविवार को राहगिरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस रिहायशी इलाके में सैकड़ों घर है, जिसे नजरअंदाज करते हुए प्रशासन और शिक्षण संस्थाओं ने बड़े-बड़े साउंड सिस्टम लगा कर लोगों को बीमारी का न्योता दे रहे हैं.
कोर्ट के आदेशों को किया जा रहा दरकिनार
हाईकोर्ट के फैसले के अनुसार किसी भी धार्मिक, सामाजिक और सार्वजनिक जगहों पर 10 डेसिमल से ज्यादा ध्वनि प्रदूषण नहीं किया जाएगा लेकिन इन आदेशों को दरकिनार करते हुए, इसकी जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
300 डेसिमल पर बज रहा साउंड सिस्टम
वहीं इस पूरे मामले पर साउंड सिस्टम के मालिक ने बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन डीसी साहब ने कराया है और यहां 10 डेसिमल से अधिक 300 डेसिमल पर साउंड सिस्टम बज रहा हैं. उन्होंने कहा कि 10 डेसिमल बहुत काम आवाज होती हैं.
ध्वनि प्रदूषण नहीं होना चाहिए
इतने अधिक ध्वनि प्रदूषण से छोटे-छोटे बच्चों को बीमारी होने का डर सता रहा है और जब हमारी टीम ने स्कूल के बच्चों से बात की तो उन्होंने कहा कि ये बिल्कुल गलत है, ध्वनि प्रदूषण नहीं होना चाहिए. उधर राहगिरी कार्यक्रम में आए एक युवक ने कहा कि इस पर रोक लगनी चाहिए. एक तरफ प्रशासन बाइक के हॉर्न को कम करने की बात कर रहा है, तो दूसरी ओर खुद साउंड सिस्टम लगा रखा है वो ऊंची आवाज में जो बिल्कुल गलत है.