पानीपत: जिला लघु सचिवालय के सामने हरियाणा शिक्षक संघ संघर्ष समिति के बैनर तले हरियाणा शारीरिक शिक्षा अध्यापक संघ के शारीरिक शिक्षक जून 2019 से धरने पर बैठे हैं. ये शिक्षक सरकार से जल्द नियुक्ति देने की मांग कर रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि दो महीने पहले सारी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद भी नए साल के शुरू होने पर भी उन्हें नियुक्ति नहीं मिलने पर सब्र का बांध टूट रहा है.
बता दें कि, पानीपत लघु सचिवालय के सामने शारीरिक शिक्षकों को शांतिपूर्ण धरने पर बैठे 201 दिन से ऊपर हो चुके हैं, लेकिन सरकार ने इन्हें नियुक्ति नहीं दी है. जिस कारण शारीरिक शिक्षकों में रोष का माहौल है.
गौरतलब है कि 2010 में नियुक्त हुए 1983 पीटीआई टीचर को भर्ती में हुई धांधली को लिए पहले हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट ने इनकी नियुक्ति को रद्द कर दिया था, और सरकार को आदेश दिए थे कि नए सिरे से दोबारा परीक्षा लेकर चयन किया जाए.
सरकार द्वारा 2020 में दोबारा परीक्षा आयोजित की गई जिसका निकाले गए शारीरिक शिक्षकों ने विरोध किया था. 1983 हटाए गए शारीरिक शिक्षकों में से केवल 5 से 10 प्रतिशत ने दोबारा परीक्षा में भाग लिया बाकी शिक्षकों ने परीक्षा का विरोध किया था.
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लंबे चले आंदोलन को देखते हुए सरकार ने इन्हें सहायक योग शिक्षक के रूप में कंसोलिडेट वेतनमान पर, जो लगभग 24 हजार रुपये प्रतिमाह प्रति माह फिक्स किया गया, स्कूलों में रखने का निर्णय किया.
वहीं अक्टूबर में सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी इन शारीरिक शिक्षकों को अभी तक नियुक्ति नहीं मिली है. जिसकी वजह से शारीरिक शिक्षक संघ धरने को लगातार जारी रखे हुए है. इनका कहना है कि जब तक उन्हें नियुक्ति नहीं मिलती तब तक धरना जारी रहेगा.
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