पानीपत: सीआईए वन (CIA Panipat) प्रभारी इंस्पेक्टर राजपाल सिंह ने बताया कि थाना समालखा में बिजेंद्र निवासी कुहाड़ पाना समालखा ने शिकायत देकर बताया था कि 1 अक्तूबर दोपहर को उसके भतीजे मनोज ने उसको बताया कि 30 सितम्बर को रामलीला देखने के दौरान हिमांशु, साहिल व रुस्तम की उसके साथ किसी बात को लेकर कहासूनी की थी. 1 अक्तूबर को वह और उसका दूसरा भतीजा सागर रात करीब 10:30 बजे रामलीला देखकर भडभूजा वाली गली में अपने घर जा रहे थे.
जैसे ही वो गली के अंदर तक पहुंचा तो मनोज के साथ कुछ युवक मारपीट कर रहे थे. उसने व भतीजे सागर ने आवाज लगाई तो हिमांशु उर्फ ईशु, साहिल व रोमी ने अपने हाथ में लिए चाकू व रुसतम उर्फ छोटा ने बर्फ तोड़ने वाले सूए से मनोज के पेट, कमर व हाथ सहित शरीर के अन्य हिस्सों पर वार किये. अन्य आरोपियों ने भी मनोज के साथ मारपीट की. उसने व भतीजे सागर ने आरोपियों को पकड़ने की कोशिश तो आरोपियों ने धमकी दी कि जो भी बीच में आएगा उसे भी जान से मार देंगे.
आरोपी बाद में मौके से फरार हो गया. वह सागर के साथ मनोज को खून से लथपथ हालत में इलाज के लिए बाइक पर सिविल अस्पताल समालखा ले जाकर भर्ती करवाया. डॉक्टरों ने मनोज को मृत घोषित कर दिया. थाना समालखा में बिजेंद्र की शिकायत पर वारदात में नामजद आरोपियों के खिलाफ हत्या सहित धमकी देने की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस टीम ने आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे.
देर शाम गुप्त सूचना के आधार पर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और पूछताछ में आरोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर मनोज की चाकू से गोदकर हत्या करने के बारे में स्वीकार कर लिया. वारदात में प्रयोग किया गया एक चाकू बरामद कर पुलिस टीम ने चारों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया. जहां से आरोपी रुस्तम, रोमी व कृश को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. वहीं मुख्य आरोपी हिमांशु से पूछताछ करने और वारदात में संलिप्त फरार इसके साथी आरोपियों के ठीकानों का पता लगाकर काबू करने के लिए एक दिन की रिमांड पर लिया गया है.