पंचकूला: पलवल बाल संरक्षण अधिकारी द्वारा कार्यालय की महिलाओं को प्रताड़ित करने और अपशब्द बोलने का मामला सामने आया है. महिला आयोग ने इस मामले में दोनो पक्षों को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया था. बुलाने के बाद भी बाल संरक्षण अधिकारी के नहीं पहुंचने पर महिला आयोग ने अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर करने के आदेश दिए हैं.
हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने बताया कि पलवल के डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड वेलफेयर ऑफिसर पर कई सालों से अपने सहकर्मी महिला कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का आरोप है. इस बारे में एक दो बार पहले भी शिकायतें आ चुकी थी. लेकिन ऑफिसर ने महिला आयोग से कहा था कि दोनों पक्षों को सुनिए इसके बाद फैसला लीजिए. महिला आयोग ने पलवल में दोनों पक्षों को बुलाया तो चाइल्ड वेलफेयर ऑफिसर नहीं आया.
इसके बाद बुधवार को पंचकूला के महिला आयोग ऑफिस में दोनों पक्षों को बुलाया गया. ऑफिसर और उसके साथ काम करने वाली शिकायतकर्ता महिलाएं भी आईं. सभी ने अपने लिखित में बयान दिए. महिलाओं ने आरोप लगया कि अधिकारी ने उनके साथ अभद्र शब्दों का प्रयोग किया. आरोपी अधिकारी ने एक दो महिलाओं के साथ नहीं बल्कि 8-9 महिलाओं के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया और उन्हें जाति सूचक शब्द भी कहा.
यही नहीं आरोप है कि अधिकारी ने एक महिला को तो मारने की धमकी भी दी थी. आरोपी 2 दिन पहले महिला के घर पर राजीनामा करने के लिए भी पहुंच गया था. बुधवार को महिला आयोग के ऑफिस में पलवल और पंचकूला पुलिस दोनों पहुंची. महिलाओं के बयान दर्ज होने के बाद महिला आयोग ने पुलिस को बाल संरक्षण अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया.