पंचकूला: सीबीएसई ने 10वीं परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है. बात करें अगर ट्राइसिटी ( चंडीगढ़, पंचकूला, मोहाली ) की तो ट्राइसिटी में पंचकूला के 5 बच्चों ने 99 प्रतिशत अंक लेकर ट्राइसिटी में टॉप किया है और ये पांचों बच्चे पंचकूला के सेक्टर-15 स्थित भवन विद्यालय के पढ़ने वाले हैं. इन पांचों बच्चों में से एक बच्ची का नाम अस्मिता सेन गुप्ता है जो कि जीरकपुर की रहने वाली है. दूसरी बच्ची का नाम भूमि कंसल है जोकि पंचकूला के सेक्टर-15 की रहने वाली है. तीसरी बच्ची का नाम गरिमा है जो पंचकूला के सेक्टर-15 की रहने वाली है. चौथे बच्चे का नाम पर्व अग्रवाल है जो सेक्टर-21 का रहने वाला है और पांचवी बच्ची का नाम जसलीन कौर दुआ है जो जीरकपुर की रहने वाली है.
ट्राइसिटी में टॉप करने वाली एक छात्रा गरिमा बेनीवाल से ईटीवी भारत ने बात की तो गरिमा ने बताया कि उन्हें ट्राइसिटी में टॉप करने पर बहुत खुशी है. हालांकि उन्हें एक्सपेक्टशंस थी कि उनके अच्छे नंबर जरूर आएंगे, लेकिन वह टॉप करेंगी इसकी ज्यादा बड़ी उम्मीद उन्हें नहीं थी. उन्होंने बताया कि अपनी कामयाबी का श्रेय वह अपने माता पिता को देना चाहेंगी क्योंकि उन्होंने उन्हें बहुत मोटिवेट किया. गरिमा ने बताया कि उन्होंने ये उपलब्धि हासिल करने के लिए बहुत कड़ी मेहनत की थी.
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गरिमा ने कहा कि जो चीज ध्यान भटकाती हो उस चीज से दूर रहना चाहिए तभी इंसान सफलता को हासिल कर पाता है. वीडियो गेम्स, सोशल मीडिया अपनी और जरूर आकर्षित करते हैं, लेकिन कोई इन चीजों से कैसे पार पा सकता है ये चीज अपने आप में बहुत मायने रखती है. गरिमा ने बताया कि उनकी रोल मॉडल उनकी बड़ी बहन है जो कि मुम्बई से कंप्यूटर साइंस पढ़ रही हैं और वह खुद भी वहीं जाना चाहती है. गरिमा ने कहा कि उन्हें इस बात का थोड़ा जरूर बुरा लगा है कि यदि 99 के साथ पॉइंट 1 आया होता तो वह ट्राइसिटी के पांचों टॉपर में से भी टॉप कर पाती, लेकिन इतने अंक पाकर भी खुश है.
ट्राइसिटी में टॉप करने वाली एक और छात्रा भुवी कंसल से भी ईटीवी भारत ने बात की. इस दौरान भूवी कंसल ने कहा कि जिस तरह से उन्होंने 99 परसेंट लेकर ट्राइसिटी में टॉप किया उन्हें बहुत खुशी है. ट्राइसिटी में टॉप करने का श्रेय भुवी ने अपने माता-पिता और टीचर्स को दिया. भुवी ने कहा कि उनके माता-पिता उन पर गर्व महसूस कर रहे हैं जिसकी उन्हें और भी ज्यादा खुशी है. वह स्पोर्ट्स की भी खिलाड़ी हैं. हालांकि रेगुलर दिनों में वह कम पढ़ती थी, लेकिन एग्जाम्स के दिनों में उनका मेन फोकस केवल पढ़ाई पर ही होता था.
उन्होंने बताया कि वह भी सोशल मीडिया का इस्तेमाल करती हैं और गेम्स भी खेलती हैं, लेकिन इन सब चीजों के साथ उन्होंने कभी भी पढ़ाई को अपने से दूर नहीं किया क्योंकि इंसान को एक बैलेंस बनाए रखना चाहिए जिससे कि वह अपनी उपलब्धि हासिल कर सके. भुवी ने कहा कि उन्हें इस बात का खेद नहीं है कि वह 99 प्रतिशत से ज्यादा परसेंट नहीं ले पाई.
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