पंचकूला: बॉलीवुड अभिनेता रजा मुराद बुधवार को पंचकूला में अपने मित्र से मिलने पहुंचे. यहां वे पत्रकारों से भी रूबरू हुए. सुशांत सिंह राजपूत मामले पर बोलते हुए रजा मुराद ने कहा कि हर इंसान का अपने सोचने का एक अलग नजरिया होता है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग फेलियर मिलने के बाद काफी संवेदनशील होते हैं, वे फैलियर्स को स्वीकार नहीं कर पाते, दिमाग पर ज्यादा प्रेशर ले लेते हैं. इसलिए कई बार गलत कदम उठा लेते हैं.
रजा मुराद ने कहा कि अगर दर्शक आपको पसंद कर रहे हैं, तो उससे बड़ा कोई अवार्ड नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व पर गहरा असर हुआ है. फिल्म इंडस्ट्री पर भी इसका बहुत प्रभाव हुआ है, सारा काम ठप हो गया है, फिल्में नहीं बन रही हैं. उन्होंने कहा कि ये समय की बात है यदि अच्छा वक्त नहीं रहा तो बुरा भी नहीं रहेगा.
उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे लॉकडाउन खत्म हो रहा है और स्थिति को नॉर्मल होने में साल-डेढ़ साल और लग जाएंगे. वहीं सिनेमाघर खुलने को लेकर रजा मुराद ने कहा कि थिएटर में लोग जाने से घबराएंगे. फिलहाल थिएटर 50 प्रतिशत की कैपेसिटी में खुलेंगे और जो रेवेन्यू पहले आता था वह कुछ प्रतिशत कम हो जाएगा और कोरोना महामारी के डर से लोग भी अपने परिवार के सदस्यों को थिएटर में फिल्म देखने जाने से रोकेंगे.
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