पंचकूला : हरियाणा के पंचकूला में बुधवार को रामगढ़ स्थित प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र आईटीबीपी में 167वां नॉन जीडी दीक्षांत समारोह का आयोजन (Primary Training Center ITBP Ramgarh Panchkula) किया गया. भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (Indo Tibetan Border Police Force) द्वारा आयोजित दीक्षांत समारोह में 594 जवानों ने शपथ ली, जिसमे 73 महिलाएं भी शामिल रहीं.
आइटीबीपी भानु प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र के आईजी ईश्वर सिंह दुहन ने बताया कि 24 सप्ताह की ट्रेनिंग के बाद सभी 594 जवानों ने दीक्षांत समारोह में शामिल होकर शपथ ली है. आईजी ईश्वर सिंह दुहन ने कहा कि इन जवानों को सभी प्रकार की ट्रेनिंग दी गई (Non GD Convocation of ITBP In Panchkula) है. उन्होंने कहा कि कड़े प्रशिक्षण के बाद इन जवानों के लिए आइटीबीपी में देश की सेवा के लिए सेवाएं शुरू कर दी गई हैं. उन्होंने कहा कि भर्ती हुए 594 जवानों में ज्यादातर उच्च शिक्षा प्राप्त कर चुके जवान भी शामिल हैं. साथ ही हिंदू, मुस्लिम, सिख और बौद्ध धर्म से जुड़े जवान भी आइटीबीपी में शामिल हुए हैं. आईजी ईश्वर सिंह दुहन ने युवाओं से अपील की कि वह ज्यादा से ज्यादा देश की सेवा के लिए आइटीबीपी में शामिल हों.
अपर महानिदेशक पश्चिम मनजोत सिंह रावत ने कहा कि आइटीबीपी में विभिन्न पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया चलती रहती है. उन्होंने कहा कि आइटीबीपी में पुरुष जवानों के साथ महिला जवानों का भी अहम योगदान है और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए आइटीबीपी में महिलाओं की भर्ती भी की जाती है. महिला जवान भी आइटीबीपी में बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं. उन्होंने कहा कि हर युवक और युवती को एक प्लेटफार्म की जरूरत होती है और आईटीबीपी एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां पर हर प्रकार के चैलेंज होते हैं और जो अपने देश की सेवा करना चाहते हैं ऐसे युवाओं को फोर्स में आना चाहिए.