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कुरुक्षेत्र: 87 हजार यूज हो चुकी पॉलीथिन से बनाया कछुआ, प्लास्टिक यूज़ नहीं करने का संदेश

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Published : Nov 17, 2019, 11:29 PM IST

कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर पर 87 हजार यूज हो चुकी पॉलीथिन से कछुआ बनाया गया है. ये कछुआ बनाकर देश और दुनिया को प्लास्टिक नहीं यूज करने का संदेश दिया गया है.

Plastic turtle kurukshetra

कुरुक्षेत्र: जिले की एक छात्रा ने सिंगल हैंड यूज प्लास्टिक बैग का एक विशालकाय कछुआ बनाकर देश और दुनिया को प्लास्टिक नहीं यूज करने का संदेश दिया है.

87,297 यूज किए हुए प्लास्टिक बैग से बनाया गया कछुआ

कुरुक्षेत्र निवासी रितु और एनआईसी के 100 सक्षम युवा साथियों की टीम ने ये आकृति बनाई है. खास बात ये रही कि कछुआ प्रयोग हो चुके सिर्फ कैरीबैग, थिन प्लास्टिक से तैयार किया गया है. टीम ने वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए आवेदन किया था. गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड के नियमों और गाइडलाइंस को फालो किया. रितु ने लगभग 87,297 यूज किए हुए प्लास्टिक बैग से इस कछुए को बनाया है.

87 हजार यूज हो चुकी पॉलीथिन से बनाया कछुआ, देखें वीडियो

वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का दावा किया गया

पॉलीथिन प्रयोग न करने का संदेश देते हुए प्लास्टिक कैरी बैग से वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का दावा किया. यूज्ड प्लास्टिक बैग से विश्व का सबसे बड़ा स्कल्पचर कछुए के रूप में बनाकर सिंगापुर में 21 अप्रैल 2012 को बने ऑक्टोपस की आकृति के रिकॉर्ड तोड़ने का दावा किया.

रितु ने बताया कि मनुष्य ही नहीं पानी में रहने वाले सभी जीव इस प्लास्टिक के दुष्प्रभाव से नहीं बच पा रहे हैं. इसके जलने से उठने वाले धुएं से कैंसर जैसी बड़ी बीमारी जन्म लेती है.

रितु ने बताया कि स्टेचू में जो पॉलिथीन लगाए हैं. वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए गवाहों के सामने वीडियो भी हुई है और हम वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज जरूर करवाएंगे और साथ ही गीता जयंती के बाद इस कछुए पर लगे प्लास्टिक बैग को सीमेंट फैक्ट्री में दिया जाएगा और लोहे के आधार को किसी पार्क में रखा जाएगा.

ये भी पढ़ें- रितु फोगाट का MMA में विजयी आगाज, विरोधी खिलाड़ी को किया नॉकआउट

कुरुक्षेत्र: जिले की एक छात्रा ने सिंगल हैंड यूज प्लास्टिक बैग का एक विशालकाय कछुआ बनाकर देश और दुनिया को प्लास्टिक नहीं यूज करने का संदेश दिया है.

87,297 यूज किए हुए प्लास्टिक बैग से बनाया गया कछुआ

कुरुक्षेत्र निवासी रितु और एनआईसी के 100 सक्षम युवा साथियों की टीम ने ये आकृति बनाई है. खास बात ये रही कि कछुआ प्रयोग हो चुके सिर्फ कैरीबैग, थिन प्लास्टिक से तैयार किया गया है. टीम ने वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए आवेदन किया था. गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड के नियमों और गाइडलाइंस को फालो किया. रितु ने लगभग 87,297 यूज किए हुए प्लास्टिक बैग से इस कछुए को बनाया है.

87 हजार यूज हो चुकी पॉलीथिन से बनाया कछुआ, देखें वीडियो

वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का दावा किया गया

पॉलीथिन प्रयोग न करने का संदेश देते हुए प्लास्टिक कैरी बैग से वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का दावा किया. यूज्ड प्लास्टिक बैग से विश्व का सबसे बड़ा स्कल्पचर कछुए के रूप में बनाकर सिंगापुर में 21 अप्रैल 2012 को बने ऑक्टोपस की आकृति के रिकॉर्ड तोड़ने का दावा किया.

रितु ने बताया कि मनुष्य ही नहीं पानी में रहने वाले सभी जीव इस प्लास्टिक के दुष्प्रभाव से नहीं बच पा रहे हैं. इसके जलने से उठने वाले धुएं से कैंसर जैसी बड़ी बीमारी जन्म लेती है.

रितु ने बताया कि स्टेचू में जो पॉलिथीन लगाए हैं. वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए गवाहों के सामने वीडियो भी हुई है और हम वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज जरूर करवाएंगे और साथ ही गीता जयंती के बाद इस कछुए पर लगे प्लास्टिक बैग को सीमेंट फैक्ट्री में दिया जाएगा और लोहे के आधार को किसी पार्क में रखा जाएगा.

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सिंगल हैंड यूज प्लास्टिक हमारे वातावरण को लगातार नुकसान पहुंचा रहा है इस प्लास्टिक का इस्तेमाल इतना ज्यादा हो चुका है कि इससे निजात पाने का कोई भी विकल्प नहीं है लगातार सरकार के प्रयास भी फेल होते नजर आ रहे हैं तो लोगों को प्लास्टिक बैग का प्रयोग ना करने का एक संदेश कुरुक्षेत्र जिले की एक छात्रा ने सिंगल हैंड यूज प्लास्टिक बैग का एक विशालकाय कछुआ बनाकर देसी नहीं दुनिया में अपना संदेश देना चाहती है कुरुक्षेत्र जिले की छात्रा रितु ने लगभग 87297 यूज किए हुए प्लास्टिक बैग से इस कछुए को बनाया है और इससे पहले सिंगापुर में एक ऑक्टोपस का स्टेचू बनाया गया था जोकि रिकॉर्ड में दर्ज है और इस वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए और एक संदेश देने के लिए रितु ने इस कछुए के स्टैचू को बनाया है रितु ने बताया कि कछुआ एक ऐसा जीव है जो कि पानी और जमीन दोनों में ही रह सकता है और इसकी उम्र लगभग 3000 साल है प्लास्टिक के बेलगाम इस्तेमाल से प्लास्टिक इतना फैल चुका है कि अब इस कछुए की उम्र घटकर 500 साल ही रह गई है मनुष्य ही नहीं जीव जंतु पानी में रहने वाले सभी जीव इस प्लास्टिक के दुष्प्रभाव से नहीं बच पा रहे इसके जलने से उठने वाले धुएं से कैंसर जैसी बड़ी बीमारी जन्म लेती है जोकि इतना बड़ा रूप धारण कर लेती है कि जो लाइलाज हो
रितु ने बताया कि स्टेचू में जो पॉलिथीन लगाए हैं वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए गवाहों के सामने वीडियो भी हुई है और हम वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्द जरूर करवाएंगे और साथ ही गीता जयंती के बाद इस कछुए पर लगे प्लास्टिक बैग को सीमेंट फैक्ट्री में दिया जाएगा और लोहे के आधार को किसी पार्क में रखा जाएगा

बाईट:-रितु


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