कुरुक्षेत्र: देश और प्रदेश में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. बताया जा रहा है कि किसान आंदोलन को तेज करने के लिए अगली रणनीति कुरुक्षेत्र में बनाई जाएगी. देशभर के तमाम किसान संगठनों के प्रतिनिधि 8 अक्टूबर को कुरुक्षेत्र की कंबोज धर्मशाला में जुटेंगे. जिसको लेकर भारतीय किसान यूनियन बैठक की तैयारियों में जुट गई है.
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी का कहना है कि पूरा देश पूंजीपतियों का गुलाम होने जा रहा है. राष्ट्रपति से मंजूरी मिल गई है. इसलिए इन्हें अब किसानों पर केंद्र सरकार किसी भी समय थोप सकती है. जिसका डटकर विरोध किया जाएगा.
रविवार को देश के कई मुख्य किसान नेताओं ने अगले आंदोलन को लेकर चर्चा की और तय किया गया कि किसान आंदोलन को पूरे देश में तेज करने के लिए 8 अक्टूबर को पूरे सभी किसान संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक कुरुक्षेत्र में सुबह 11 बजे शुरू होगी. भाकियू के प्रवक्ता राकेश बैंस ने बताया कि इस बैठक में कड़े निर्णय लिए जाएंगे.
उनका कहना है कि बैठक में एक दो दिन लग सकते हैं. भाकियू के प्रवक्ता राकेश बैंस ने कहा कि सभी किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से अनुरोध है कि बैठक में उपस्थित होकर आंदोलन को लेकर अपने सुझाव दें. राकेश ने कहा कि नए कानूनों को लेकर किसानों में काफी गुस्सा है. धान सीजन खत्म होने के बाद पूरे दमखम से आंदोलन शुरू किया जाएगा.
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