जींद: जिले के गांव सिल्लाखेड़ी में रेलवे गेटमैन की हत्या को लेकर परिजनों ने सहयोगी रेलवे कर्मियों पर संदेह जताया है. रविवार को परिजनों ने सहयोगी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव को नागरिक अस्पताल से उठाने में इंकार कर दिया था. हालांकि जांच अधिकारियों द्वारा दोषियों को किसी भी सूरत में न बख्शे जाने का आश्वासन देने के बाद परिजन शव उठाने के लिए राजी हुए. इस बीच काफी गहमागहमी का माहौल रहा.
क्या था मामला: दरअसल, गांव जामनी निवासी रेलवे में गेटमैन के पद पर डयूटीरत मनीष शुक्रवार दोपहर बाद गांव सिल्लाखेड़ी फाटक पर अपनी डयूटी पर गए थे. वो अपने पड़ोस में शादी में भी शामिल हुए, जिसके बाद देर शाम को मनीष की संदिग्ध हालात में मौत हो गई. मृतक के शरीर पर चोट के निशान थे. मृतक के शव को नागरिक अस्पताल सफीदों ले जाया गया. मामला शादी में कहासुनी से जोड़ा गया. पुलिस ने मृतक के भाई राकेश की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया था.
जींद नागरिक अस्पताल में हुआ पोस्टमार्टम: मृतक के परिजनों ने चिकित्सक बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग पर शव को नागरिक अस्पताल जींद लाया गया, जहां पर रविवार को चिकित्सक बोर्ड द्वारा मृतक के शव का पोस्टमार्टम किया गया.
हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है. जांच में जिनके नाम सामने आएंगें, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. -नरेंद्र, जांच अधिकारी, सदर थाना सफीदों
रेलवे सहकर्मी पर हत्या का संदेह: इधर, मृतक के परिजनों ने रेलवे सहकर्मी पर हत्या का संदेह जताते हुए उसकी गिरफ्तारी की मांग की. परिजनों ने गिरफ्तारी न होने तक शव को उठाने से मना कर दिया. काफी देर तक गहमागहमी का माहौल बना रहा. इस बारे में मृतक के भाई राकेश ने बताया कि उसके भाई की हत्या में सहकर्मी शामिल है. सहकर्मी ने उसके भाई को डूयटी पर नहीं दिखाया, जबकि रात को उसके भाई ने तीन ट्रेन को क्रॉस करवाया था, जिसकी सूचना उसने अपने मोबाइल से भेजी हुई है. फिर सहकर्मी डयूटी पर न होने की बात क्यों कर रहा है? मौके पर मौजूद जांच अधिकारी ने आश्वासन दिया कि हत्या में शामिल लोगों को किसी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा. काफी समझाने के बाद परिजन शव उठाने के लिए राजी हुए.