कुरुक्षेत्र: वो कहते हैं कि जब आपका हौसला बुलंद होता है तो आपको कामयाब होने से कोई नहीं रोक सकता है. चाहे परिस्थितियां कैसी भी हो. कुछ ऐसा ही कुछ कर दिखाया है कुरुक्षेत्र के शाहबाद की रीत ने. 15 सालों से जिस मैदान पर रीत के पिता सफाई करते आ रहे हैं. उसी मैदान पर खेलते हुए रीत ने जीत हासिल की और अपने पिता नाम रौशन किया.
पीएम मोदी ने बढ़ाया हौसला
मेहनत कर लंबा सफर तय कर रीत जब राष्ट्रीय जूनियर हॉकी टीम में चुनी गई तो पिता ओमप्रकाश की आंखों में खुशी के आंसू आ गए. इतना ही नहीं भारत लौटने पर दिल्ली में पीएम मोदी ने रीत से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया.
सीनियर हॉकी टीम का अभ्यास कर रहीं रीत
रीत जूनियर हॉकी टीम की खिलाड़ी है और अमृतसर में सीनियर हॉकी टीम के लिए अभ्यास कर रही हैं. पिता ओमप्रकाश ने बताया कि रीत के कोच बलदेव सिंह ने उनकी हरसंभव मदद की है.
पिता ने बेटी की हर जरूरतों का रखा ख्याल
वहीं रीत की मां सोनिया बताती हैं कि किसी तरह मेहनत-मजदूरी कर के उन्होंने अपनी बेटी को इस मुकाम पर पहुंचाया और उसकी हर जरूरतों का ख्याल रखा.
उड़ान भरने की तैयारी कर रही रीत
फिलहाल रीत अभी अपने सपनों की उड़ान भरने की तैयारी कर रही हैं और जल्द ही सीनियर हॉकी के अभ्यास के लिए बेंगलुरु जाएंगी.