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करनाल: खतरे के निशान से ऊपर बह रही रही यमुना, लोगों के घरों में भरा पानी - yamuna river water rise

करनाल में भारी बारिश ने सोमवार को यमुना नदी का पानी 8 लाख 28 हजार क्यूसेक तक बढ़ा दिया जिसके चलते इंद्री हलके के दर्जनभर गांव बाढ़ की चपेट में आ गए. इतना ही नहीं लोगों के घरों और फसलों तक 4 से 5 फीट पानी घुस गया जिसकी वजह से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

यमुना नदी में पानी बढ़ने की वजह से बाढ़ जैसे हालत सामने आये
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Published : Aug 20, 2019, 12:20 PM IST

करनाल: मॉनसून आने के बाद पानी हर रूप में कहर बन कर जगह-जगह सामने आ रहा है. सोमवार को यमुना नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर 8 लाख 28 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया. जिसकी वजह से आसपास के गांव और घरों में पानी भर गया है. जप्ती, छपरा नबियाबाद, डेरा हलवाना और रोड़ान, सैयद छपरा समेत इंद्री हलके के करीब दर्जनभर गांव बाढ़ की चपेट में आ गए.

खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना

लोगों के घरों में और सड़कों पर 4 से 5 फीट पानी भर गया है. हालात इतने गंभीर हैं कि लोग छत पर बैठ कर अपने घरों को डूबते हुए देख रहे हैं. इतना ही नहीं बहते पानी की वजह से सड़कें और संचार लाइनों पर भी असर पड़ा है. जहां सड़कें दिखाई देनी चाहिए वहां सिर्फ पानी ही पानी नज़र आ रहा है. परिणामस्वरूप, कई गांव का एक दूसरे से संपर्क टूट गया है. बढ़ते पानी की इस स्तिथि से जन जीवन के साथ-साथ फसलें भी खतरे में आ गई हैं.

इतनी गंभीर स्तिथि बन जाने के बावजूद लोगों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से अभी तक किसी भी प्रकार की कोई मदद नहीं मिली है, ना ही प्रशासन ने लोगों को परिस्तिथि से बाहर निकालने का इंतजाम किया है. अगर ऐसे ही यमुना नदी का पानी उफान पर रहा तो हालात इससे भी ज्यादा खराब हो सकते हैं.

करनाल: मॉनसून आने के बाद पानी हर रूप में कहर बन कर जगह-जगह सामने आ रहा है. सोमवार को यमुना नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर 8 लाख 28 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया. जिसकी वजह से आसपास के गांव और घरों में पानी भर गया है. जप्ती, छपरा नबियाबाद, डेरा हलवाना और रोड़ान, सैयद छपरा समेत इंद्री हलके के करीब दर्जनभर गांव बाढ़ की चपेट में आ गए.

खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना

लोगों के घरों में और सड़कों पर 4 से 5 फीट पानी भर गया है. हालात इतने गंभीर हैं कि लोग छत पर बैठ कर अपने घरों को डूबते हुए देख रहे हैं. इतना ही नहीं बहते पानी की वजह से सड़कें और संचार लाइनों पर भी असर पड़ा है. जहां सड़कें दिखाई देनी चाहिए वहां सिर्फ पानी ही पानी नज़र आ रहा है. परिणामस्वरूप, कई गांव का एक दूसरे से संपर्क टूट गया है. बढ़ते पानी की इस स्तिथि से जन जीवन के साथ-साथ फसलें भी खतरे में आ गई हैं.

इतनी गंभीर स्तिथि बन जाने के बावजूद लोगों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से अभी तक किसी भी प्रकार की कोई मदद नहीं मिली है, ना ही प्रशासन ने लोगों को परिस्तिथि से बाहर निकालने का इंतजाम किया है. अगर ऐसे ही यमुना नदी का पानी उफान पर रहा तो हालात इससे भी ज्यादा खराब हो सकते हैं.

Intro:करनाल यमुना बीते कल 8 लाख 28 हजार क्यूसिक पानी चोदे जाने से के करनाल जिले के इंद्री हलके के दर्जन के करीब गांव आये बाढ़ की चपेट में, कई गांवों में हालात ज्यादा खराब, फसल जलमग्न , लोगो के घरों तक मे घुसा पानी, लोग छतों पर बैठ देख रहे पानी का हाल, कई गांवों का सम्पर्क भी आपस मे टूटा एक गांव से दूसरे गांव में जाने वाली सड़क भी पानी पानी, 4 से 5 फुट भरा पड़ा सड़क व गांव में पानी, Body:
बीते कल यमुना नदी का कहर यमुना में 8 लाख क्यूसिक से ज्यादा पानी आया , जप्ती छपरा डेरा जप्ती छपरा, नबियाबाद, डेरा हलवाना और रोड़ान, सैयद छपरा के साथ कई गांव यमुना के पानी की चपेट में आ चुके है। कई गांवों में हालात ज्यादा खराब हो चुके है। कई किसानो की फसल जलमग्न हो गई है। लोगो के घरों तक मे पानी घुस गया है। लोग छतों पर बैठ पानी का हाल देख रहे है। कई गांवों का सम्पर्क भी आपस मे टूट चुका है। एक गांव से दूसरे गांव में जाने वाली सड़क भी पानी पानी नजर आ रहा है। 4 से 5 फुट सड़को व गांव में पानी भरा पड़ा।
Conclusion:



वीओ - वहीं स्तानीय लोगो का कहना पानी काफी आ चुका है जिसके के कारण पानी खेतो और घरो में घुस चूका है। स्तिथि काफी खराब बनी हुई है। लोगो को कहना है कि अभी तक प्रशासन की तरफ से किसी भी प्रकार के कोई भी इंतजाम नहीं किये गए है।

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