करनाल: हरियाणा में पिछले कुछ दिनों से तापमान (weather update haryana ) लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदेश के कई शहरों में पिछले कुछ दिनों से तापमान 40 डिग्री के ऊपर है. गर्मी के मौसम में कई तरह की बीमारियां शरीर को निशाना बनाती हैं. जब तापमान 40 से 45 तक हो तो ऐसे में कई तरह की सावधानियों को बरतना जरूरी है. इसी को लेकर ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर डॉ. मीनाक्षी से बातचीत की. उन्होंने गर्मी से बचाव को लेकर टिप्स दिए.
डॉ. मीनाक्षी आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर ने कहा की गर्मी का मौसम में अब दिनोदिन तापमान बढ़ना शुरू गया है. इससे गर्मियों में होने वाली परेशानियों का खतरा भी बढ़ गया है. गर्मियों में इन परेशानियों के साथ लोगों को डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, चिड़चिड़ापन, हीट स्ट्रोक जैसी समस्या हो सकती है. इससे बचाव (remedies to avoid diseases in summer season) को लेकर विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है.
गर्मी से बचाव के तरीके: उन्होंने कहा कि गर्म हवाएं और लू से शारीरिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. ऐसे में हरियाणा राज्य एवं आपदा प्रबंधन विभाग (Haryana State and Disaster Management Department) ने इससे बचाव के लिए एडवाइजरी भी जारी की है. स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर जारी की गई एडवाइजरी में जिलावासी अपने दैनिक कार्यक्रमों की सूची बनाने से पूर्व रेडियो, टीवी या अखबार के माध्यम से अपने स्थानीय मौसम की जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें. ताकि घर से बाहर निकलते समय गर्म हवाओं व लू के प्रकोप से बचा जा सके.
गर्मी में ऐसे करें बचाव: उन्होंने कहा कि सभी जिलावासी पर्याप्त मात्रा में जितनी बार संभव हो अधिक से अधिक पानी पीएं. इसके साथ ही जब भी धूप में घर से बाहर निकलें तो हल्के रंगो के ढीले फीटिंग के और सूती कपड़े पहने व इसके साथ सुरक्षात्मक चश्में, छाता, पगड़ी, दुपट्टा, टोपी, जूते या चप्पलों का उपयोग करें. यात्रा के समय अपने साथ पानी अवश्य रखें. उन्होंने बताया कि यदि आपका कार्यक्षेत्र इस प्रकार का है कि आपको धूप में कार्य करना है तो आप धूप से बचाव के लिए टोपी या छाते का उपयोग करें. साथ ही अपने सिर, गर्दन और चेहरे पर नम कपड़ा जरूर रखें.
हीट स्ट्रोक से बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स: इसके साथ-साथ शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा बनी रहे इसके लिए घर के बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी, पानी, छाछ आदि का प्रयोग करें. उन्होंने कहा कि गर्मी के स्ट्रोक, गर्मी के दाने या गर्मी से ऐंठन जैसे कि कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द , मितली और दौरे के लक्षणों (how to care in summer) को पहचानें. यदि आप थकान व कमजोरी व बीमार जैसा महसूस कर रहें है तो तत्काल चिकित्सक से परामर्श करें.
गर्मी में बुजुर्ग और बच्चों का रखें विशेष ख्याल: उन्होंने कहा कि बच्चे और बुजुर्गों को गर्मी से बचाने में ज्यादा आवश्यकता है. क्योंकि बच्चों और बुजुर्गों पर गर्मियों का प्रभाव ज्यादा पड़ता है. इसलिए बच्चों और बुजुर्गों को धूप के समय बाहर न जाने दें. ऐसा करके उन्हें समय रहते गर्मी से बचाया जा सकता है. साथ ही थोड़ी-थोड़ी देर पर उनको पानी पिलाते रहें. खाने में ऐसी खाद्य पदार्थ दें जो ठंडे हों.
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