करनाल: सिख समाज के लोगों ने समाज में भाईचारा खराब करने वाले लोगों के खिलाफ सोमवार को करनाल में रोष मार्च निकाला. सिख समाज ने ये कार्यक्रम तो शांति और भाईचारे के लिए आयोजित किया था लेकिन बाद में इस पर बवाल हो गया. सिख समाज के इस रोष मार्च में कई लोग जरनैल सिंह भिंडरावाले (Jarnail Singh Bhindranwale) का पोस्टर लिए नजर आये. बताया ये भी जा रहा है कि कार्यक्रम में शामिल कई लोगों ने कथित तौर पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाये.
सोमवार को करनाल के गुरुद्वारा डेरा कार सेवा में सिख समाज के लोग इकट्ठा हुए. उसके बाद कार्यक्रम में शामिल लोग मार्च निकालते हुए जिला सचिवालय पर पहुंचे. इस मार्च में शामिल लोगों का कहना है कि पिछले काफी दिनों से करनाल में सिख समाज के ऊपर टिप्पणियां की जा रही हैं. कुछ दिन पहले सेक्टर-13 में स्कॉर्पियो गाड़ी के शीशे पर भिंडरावाले की तस्वीर होने के कारण तोड़फोड़ की गई. ये रोष मार्च इसी घटना के खिलाफ निकाला गया था.
जब भिंडरावाले के पोस्टर और खालिस्तान जिंदाबाद के नारे के बारे में कार्यक्रम के लोगों से पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. ड्यूटी मजिस्ट्रेट कुलदीप भी इस बारे में जवाब नहीं दे पाये. उन्होंने कहा कि वो यहां पर ज्ञापन लेने आये थे. सिख समाज के लोग समाज में भाईचारा बनाये रखने के लिए मार्च निकाल रहे थे. इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
कार्यक्रम में हिस्सा लेने आये अकाली दल यूथ विंग के नेता सुरेंदर पाल रामगढ़िया से जब भिंडरावाले के पोस्टर के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले स्कॉर्पियो की गाड़ी पर भिंडरावाले का पोस्टर लगा होने के चलते तोड़फोड़ की गई थी इसलिए आज के प्रदर्शन में उनका पोस्टर सिंबल के तौर पर लाया गया था. वहीं करनाल डीएसपी मनोज कुमार ने इस मामले पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया.
इस रोष मार्च में शामिल जगदीप ओलख ने कहा कि समाज में लगातार भाईचारा और धार्मिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. सरकार का ध्यान दिलवाना है कि ऐसा करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाए. ताकि देश में भाईचारा बना रहे. सभी धर्मों ने मिलकर इस देश को बनाया है. आज उसी के लिए रोष मार्च निकाला गया है. इस संबंध में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया है.