करनाल: उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में जिला में कोरोना के पॉजिटिव केसों में काफी बढ़ोतरी हुई है, जिसके कारण स्वास्थ्य संसाधनों पर भी भारी दबाव पड़ा है. इसी के दृष्टिगत प्रशासन द्वारा विशेष तौर से ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उच्चाधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. ये सभी अधिकारी ऑक्सीजन की कालाबाजारी पर कड़ी निगरानी रखेंगे, अधिकारियों की देखरेख में एजेंसी से ऑक्सीजन गैस सिलेंडर भरवाएं जाएंगे तथा कोविड उपचार के लिए अधिकृत किए गए 16 प्राईवेट अस्पताल सहित कुल 32 प्वॉइंटो पर ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में सप्लाई करवाएंगे ताकि ऑक्सीजन की कमी से किसी भी व्यक्ति की जान ना जाए.
उपायुक्त बुधवार को लघु सचिवालय के सभागार में ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिस अधिकारी की जिस प्वॉइट पर डयूटी लगी है, वह अपनी डयूटी के प्रति सजग रहे, कहीं पर भी लापरवाही दिखाई ना दे. उन्होंने स्पष्ट कहा कि अस्पतालों में दाखिल कोविड से ग्रस्त मरीजों को ही ऑक्सीजन प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध करवाएं, किसी भी व्यक्ति को ऑक्सीजन सिलेंडर घर पर ले जाने की स्वीकृति नहीं है.
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि ऑक्सीजन गैस फिलींग स्टेशन से उच्चाधिकारियों की देख-रेख में 24 घंटे सिलेंडर भरवाएं जाएंगे. इन अधिकारियों की आठ-आठ घंटे की शिफ्ट के अनुसार ड्यूटी लगाई गई है, जोकि सिलेंडर भरवाने के बाद प्राईवेट अस्पतालों तक भिजवाना सुनिश्चित करेंगे.
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि ऑक्सीजन ऑन व्हील (गाड़ी) में कोविड उपचार के लिए अधिकृत किए गए 16 प्राईवेट अस्पतालों में जल्द से जल्द ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से ऑक्सीजन ऑन व्हील गाड़ी की शुरुआत की गई है. इस गाड़ी के शुरू होने से अब प्राईवेट अस्पतालों को ऑक्सीजन गैस फिलिंग स्टेशन पर जाने की जरूरत नहीं है बल्कि प्रशासन की पहल पर यह गाड़ी तुरंत प्राईवेट अस्पताल मेंं सिलेंडर लेकर पहुंचेगी. इस गाड़ी में अब 50 सिलेंडर से बढ़ाकर 100 ऑक्सीजन सिलेंडर रखे गए है ताकि जरूरतमंद अस्पताल तक अधिक से अधिक सिलेंडर मिल सके.