करनाल: कोरोना बीमारी से बचाव की दिशा में संसाधन जुटाने को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को करनाल जिले के लोगों के लिए करीब 1 करोड़ 33 लाख रुपये की लागत की परियोजनाओं का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोकार्पण किया.
इसी के साथ पीजीआई चंडीगढ़ व गुरुग्राम के बाद अब इकमो यानी कृत्रिम फेफड़े की मशीन कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध हो गई है. इस मशीन को खरीदने के लिए मुख्यमंत्री ने अपने कोष से 50 लाख रुपये की राशि प्रशासन को दी.
इसके अलावा जिला स्तरीय शांति कमेटी की ओर से कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में 40 लाख रुपये की राशि से बनाए गए 10 मीट्रिक टन क्षमता के ऑक्सीजन भंडारण टैंक और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 48 लाख रुपये की लागत की नगर निगम को एक जेंटिंग कम सक्शन मशीन भी उपलब्ध करवाई गई है.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी ने ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं कि प्रदेश की जनता से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात करनी पड़ रही है. ये कभी सोचा भी नहीं था. वह तो चाहते हैं कि लोगों के बीच में जाकर उनके सुख-दुख में शामिल हों और विकास कार्यों का लोकार्पण करें.
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उन्होंने कहा कि समाज सेवा के कार्य के लिए संस्थाएं आगे आकर लोगों के लिए खाने-पीने की वस्तुएं तथा स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरतें पूरी कर रही हैं. ऐसे करने से लोगों को आत्म संतोष मिला है.
सीएम ने कहा कि कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों के पालन पोषण का खर्च भी सरकार उठाएगी. जिन बच्चों के माता-पिता का निधन हो गया है उन बच्चों के पालन पोषण व पढ़ाई का खर्च सरकार द्वारा किया जाएगा.
इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में करनाल के सांसद संजय भाटिया भी शामिल रहे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो सौगात हमें दी है ये काबिले तारीफ है क्योंकि कृत्रिम फेफडे वाली मशीन अब चंडीगढ़ और गुरुग्राम के बाद करनाल जिले के पास है. इससे यहां के लोगों को काफी फायदा होगा.
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