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मानसून को लेकर करनाल प्रशासन की सभी तैयारियां पूरी, बाढ़ से बचाव के लिए कंट्रोल रूम स्थापित - हरियाणा में मानसून

मानसून को लेकर करनाल प्रशासन (Karnal Administration) ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. प्रशासन ने बाढ़ से बचाव के लिए चार करोड़ 30 लाख के बजट से नदी के किनारों और तटबंधों के निर्माण के साथ साथ ड्रेनों की सफाई का काम पूरा कर लिया है. वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने नदी के किनारे मौजूद गांवों को चौकस रहने के दिए निर्देश दिए गए हैं.

Karnal Administration
मानसून को लेकर करनाल प्रशासन की सभी तैयारियां पूरी, बाढ़ से बचाव के लिए कंट्रोल रूम स्थापित
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Published : Jul 1, 2022, 10:06 AM IST

Updated : Jul 1, 2022, 10:26 AM IST

करनाल: हरियाणा में मानसून पहुंच चुका (Monsoon In haryana) है. इस बार अच्छी बारिश होने की उम्मीद जताई जा रही है. आशंका जताई जा रही है कि यमुना में जलस्तर बढ़ सकता है जिसके बाद करनाल प्रशासन (Karnal Administration) हरकत में आ गया है. बाढ़ संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए उससे निपटने के लिए प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली गई है. बाढ़ से बचाव को लेकर सिंचाई विभाग के दफ्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया है. यह कंट्रोल रूप जुलाई से सितंबर तक लगातार काम करेगा.

बरसात सामान्य से अधिक होने पर यमुना नदी के आस-पास के क्षेत्र में बाढ़ आने की संभावना बनी रहती है. इसलिए करनाल सिंचाई विभाग (Karnal Irrigation Department) के अधिकारियों ने समय रहते आस-पास के गांव के निवासियों को अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए हैं. करनाल में भी यमुना नदी के किनारों की मरम्मत और तटबन्धों के निर्माण का काम पूरा कर लिया गया है. इसके अलावा जिले में सभी नहरों और ड्रेनों की सफाई का कार्य भी पूरा कर लिया गया है. साल 2010 में बाढ़ आने से इस क्षेत्र के 22 गांव प्रभावित हुए थे जिस कारण काफी फसलों का नुकसान भी हुआ था.

मानसून को लेकर करनाल प्रशासन की सभी तैयारियां पूरी, बाढ़ से बचाव के लिए कंट्रोल रूम स्थापित

सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता नवतेज सिंह ने बताया कि बाढ़ आने की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है. बाढ़ आने पर मोटर बोट,नाव, गोताखोर, शरणालय और पशु शिविर आदि के लिए स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं. कृषि, बिजली, पुलिस, वन विभाग, जिला पूर्ति कार्यालय, जिला पंचायत, नगर पालिका व तहसील प्रशासन ने भी अपनी कार्य योजना तैयार कर ली है.

उन्होंने बताया के बाढ़ से निपटने के लिए सिंचाई विभाग कार्यालय पर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. बाढ़ में फंसने पर या प्रभावित लोग कंट्रोल रूम के नंबर पर संपर्क कर सकते हैं. 8 नए तटबंधों को बनाया गया है और 8 पुराने तटबंधों को रिपेयर किया गया है.गुंडाकल व लालूपुरा गांव में 30 जून तक नए तटबंधों का काम पूरा कर लिया जाएगा. इसके अलावा विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर बाढ़ सुरक्षा चौकियां स्थापित की गई है. इसके अलावा प्रत्येक बाढ़ सुरक्षा केंद्र पर डॉक्टर एवं कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी. दवाइयों की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी. नावों की व्यवस्था बाढ़ आने के समय पर्याप्त संख्या में नाव मौजूद रहेगी. नवतेज सिंह ने बताया कि प्रशासन द्वारा बाढ़ की रोकथाम हेतु व्यवस्थाएं की जा रही है.

वहीं जिला उपायुक्त अनीश कुमार यादव ने कहा कि बाढ़ की संभावना को ध्यान में रखते हुए सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है. विभिन्न विभागों ने भी अपनी कार्य योजना तैयार कर दे दी है अगर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है तो तुरंत राहत पहुंचाई जाएगी. इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं.

करनाल: हरियाणा में मानसून पहुंच चुका (Monsoon In haryana) है. इस बार अच्छी बारिश होने की उम्मीद जताई जा रही है. आशंका जताई जा रही है कि यमुना में जलस्तर बढ़ सकता है जिसके बाद करनाल प्रशासन (Karnal Administration) हरकत में आ गया है. बाढ़ संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए उससे निपटने के लिए प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली गई है. बाढ़ से बचाव को लेकर सिंचाई विभाग के दफ्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया है. यह कंट्रोल रूप जुलाई से सितंबर तक लगातार काम करेगा.

बरसात सामान्य से अधिक होने पर यमुना नदी के आस-पास के क्षेत्र में बाढ़ आने की संभावना बनी रहती है. इसलिए करनाल सिंचाई विभाग (Karnal Irrigation Department) के अधिकारियों ने समय रहते आस-पास के गांव के निवासियों को अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए हैं. करनाल में भी यमुना नदी के किनारों की मरम्मत और तटबन्धों के निर्माण का काम पूरा कर लिया गया है. इसके अलावा जिले में सभी नहरों और ड्रेनों की सफाई का कार्य भी पूरा कर लिया गया है. साल 2010 में बाढ़ आने से इस क्षेत्र के 22 गांव प्रभावित हुए थे जिस कारण काफी फसलों का नुकसान भी हुआ था.

मानसून को लेकर करनाल प्रशासन की सभी तैयारियां पूरी, बाढ़ से बचाव के लिए कंट्रोल रूम स्थापित

सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता नवतेज सिंह ने बताया कि बाढ़ आने की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है. बाढ़ आने पर मोटर बोट,नाव, गोताखोर, शरणालय और पशु शिविर आदि के लिए स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं. कृषि, बिजली, पुलिस, वन विभाग, जिला पूर्ति कार्यालय, जिला पंचायत, नगर पालिका व तहसील प्रशासन ने भी अपनी कार्य योजना तैयार कर ली है.

उन्होंने बताया के बाढ़ से निपटने के लिए सिंचाई विभाग कार्यालय पर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. बाढ़ में फंसने पर या प्रभावित लोग कंट्रोल रूम के नंबर पर संपर्क कर सकते हैं. 8 नए तटबंधों को बनाया गया है और 8 पुराने तटबंधों को रिपेयर किया गया है.गुंडाकल व लालूपुरा गांव में 30 जून तक नए तटबंधों का काम पूरा कर लिया जाएगा. इसके अलावा विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर बाढ़ सुरक्षा चौकियां स्थापित की गई है. इसके अलावा प्रत्येक बाढ़ सुरक्षा केंद्र पर डॉक्टर एवं कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी. दवाइयों की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी. नावों की व्यवस्था बाढ़ आने के समय पर्याप्त संख्या में नाव मौजूद रहेगी. नवतेज सिंह ने बताया कि प्रशासन द्वारा बाढ़ की रोकथाम हेतु व्यवस्थाएं की जा रही है.

वहीं जिला उपायुक्त अनीश कुमार यादव ने कहा कि बाढ़ की संभावना को ध्यान में रखते हुए सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है. विभिन्न विभागों ने भी अपनी कार्य योजना तैयार कर दे दी है अगर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है तो तुरंत राहत पहुंचाई जाएगी. इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं.

Last Updated : Jul 1, 2022, 10:26 AM IST
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