जींद: बिशम्बर नगर में 22 वर्षीय सागर नामक युवक की हत्या को 16 दिन बीत गए हैं, लेकिन पुलिस ने अभी तक हत्या में शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है. जिससे नाराज मृतक के परिजन और पड़ोसियों ने मंगलवार को डीआईजी कार्यालय के बाहर जमकर बवाल किया.
नाराज महिलाएं ड्यूटी पर मौजुद पुलिसकर्मियों से उलझती भी नजर आईं. परिजनों ने इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है. इस पर डीएसपी धर्मबीर सिंह खर्ब ने मृतक के परिजनों को 15 दिन का समय दिया है. वहीं परिजनों ने पुलिस पर मामले दूसरे पक्ष के आरोपियों से पैसे लेकर कारवाई न करने के आरोप भी लगाए.
मृतक की बहन सीमा ने बताया कि 20 जुलाई को विजय और उसके साथियों ने मिलकर उसके भाई सागर की तेजधार हथियार से गर्दन काटकर हत्या कर दी. उसके बाद पुलिस ने विजय को हिरासत में ले लिया था. जबकि उसके साथी आज भी खुले घूम रहे हैं. पुलिस ने अब तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं की.
उसने आरोप लगाया कि 29 जुलाई को आरोपी विजय के घरवालों ने मिलकर उसकी मां और उसको डराया तथा जान से मारने की धमकी दी और कहा कि अभी तो तुम्हारे बेटे को मारा है. यदि उनके खिलाफ दोबारा पुलिस को कोई शिकायत दी तो तुम दोनों को भी मार देंगे.
मृतक की बहन ने पुलिस प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 15 दिन में पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तो वो न्याय के लिए आमरण अनशन पर बैठ जाएंगी. जिसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी.
क्या है मामला?
गौरतलब है कि 20 जुलाई की रात को बिशम्बर नगर में 22 वर्षीय सागर की विजय ने गर्दन पर दरांत से वार कर हत्या कर दी थी. जिस पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसका सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया था और विजय के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था. वहीं अब 16 दिन बीत जाने के बाद भी इस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी न होना कहीं ना कहीं पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल जरूर उठाता है.
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