ETV Bharat / city

जींद में क्लोरीन गैस का रिसाव, लोगों को सांस लेने में हुई दिक्कतें

गैस लीकेज पर काबू पाने के लिए पानीपत रिफायनरी से एक टीम बुलाई गई. टीम ने सुबह 10 बजे गैस लीकेज को बंद किया.

जींद में क्लोरीन गैस का रिसाव
author img

By

Published : Aug 18, 2019, 10:17 PM IST

जींद: पटियाला चौक के हांसी रोड पर कई साल से बंद पड़ी फैक्टरी से क्लोरीन गैस का रिसाव होने के बाद शनिवार रात आसपास के इलाके में दहशत फैल गयी. क्लोरीन गैस लीक होने से लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी और चक्कर आने लगे. जानकारी के मुताबिक करीब छह घंटे के बाद क्लोरीन गैस के सिलेंडर को आबादी से दूर ले जाकर निष्क्रिय कर दिया गया.

जींद में क्लोरीन गैस का रिसाव, देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- चंडीगढ़: रिटायर्ड IAS अधिकारी रामनिवास का निधन, सीएम ने व्यक्त की संवेदना

गैस लीकेज पर काबू पाने के लिए पानीपत रिफायनरी से एक टीम बुलाई गई. टीम ने सुबह 10 बजे गैस लीकेज को बंद किया और कंटेनर में बची गैस को डिस्पोज ऑफ करने के लिए आबादी से दूर वन क्षेत्र में ले जाया गया. वहां जेसीबी से गड्ढा खोद कर उसमें कंटेनर को डालने की तैयारी हुई तो वहां जमीन पर अधिकार क्षेत्र का मामला फंस गया.

फॉरेस्ट विभाग ने अपनी जमीन पर इस काम को करने की अनुमति नहीं दी और इस आपसी तालमेल की कमी के कारण लगभग डेढ़ घंटे का समय बर्बाद हो गया. जिसके बाद कंटेनर को नरवाना रोड स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में ले जाया गया और वहां गड्ढा खोदकर उसमें चूने का पानी भर कर उस सिलेंडर को डूबो दिया गया.

पानीपत रिफायनरी से आई टीम के सदस्य अनिल कुमार ने बताया कि क्लोरीन गैस एक जहरीली गैस है और जब वो लीकेज स्थल पर पहुंचे तो वहां इसका लेवल बहुत ही ज्यादा था. जिसके बाद उन्होंने इसकी लीकेज को बंद किया और अब इसे चूने के पानी में डूबोया गया है. जिससे क्लोरीन गैस रिएक्ट कर सोडियम क्लोराइड बनाएगी और इसका प्रभाव खत्म हो जाएगा.

वहीं लीकेज स्थल के आसपास लोगों ने बताया कि जैसे ही गैस लीक होने शुरू हुई, हमें सांस लेने में तकलीफ होने लगी और चक्कर आने लगे. जिसके चलते आसपास के लोगों ने अपने घर खाली कर दिए और उसके बाद कई लोगों को उल्टियां व गले में दर्द की शिकायत होने लगी. वहीं पुलिस ने कंटेनर के मालिक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.

जींद: पटियाला चौक के हांसी रोड पर कई साल से बंद पड़ी फैक्टरी से क्लोरीन गैस का रिसाव होने के बाद शनिवार रात आसपास के इलाके में दहशत फैल गयी. क्लोरीन गैस लीक होने से लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी और चक्कर आने लगे. जानकारी के मुताबिक करीब छह घंटे के बाद क्लोरीन गैस के सिलेंडर को आबादी से दूर ले जाकर निष्क्रिय कर दिया गया.

जींद में क्लोरीन गैस का रिसाव, देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- चंडीगढ़: रिटायर्ड IAS अधिकारी रामनिवास का निधन, सीएम ने व्यक्त की संवेदना

गैस लीकेज पर काबू पाने के लिए पानीपत रिफायनरी से एक टीम बुलाई गई. टीम ने सुबह 10 बजे गैस लीकेज को बंद किया और कंटेनर में बची गैस को डिस्पोज ऑफ करने के लिए आबादी से दूर वन क्षेत्र में ले जाया गया. वहां जेसीबी से गड्ढा खोद कर उसमें कंटेनर को डालने की तैयारी हुई तो वहां जमीन पर अधिकार क्षेत्र का मामला फंस गया.

फॉरेस्ट विभाग ने अपनी जमीन पर इस काम को करने की अनुमति नहीं दी और इस आपसी तालमेल की कमी के कारण लगभग डेढ़ घंटे का समय बर्बाद हो गया. जिसके बाद कंटेनर को नरवाना रोड स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में ले जाया गया और वहां गड्ढा खोदकर उसमें चूने का पानी भर कर उस सिलेंडर को डूबो दिया गया.

पानीपत रिफायनरी से आई टीम के सदस्य अनिल कुमार ने बताया कि क्लोरीन गैस एक जहरीली गैस है और जब वो लीकेज स्थल पर पहुंचे तो वहां इसका लेवल बहुत ही ज्यादा था. जिसके बाद उन्होंने इसकी लीकेज को बंद किया और अब इसे चूने के पानी में डूबोया गया है. जिससे क्लोरीन गैस रिएक्ट कर सोडियम क्लोराइड बनाएगी और इसका प्रभाव खत्म हो जाएगा.

वहीं लीकेज स्थल के आसपास लोगों ने बताया कि जैसे ही गैस लीक होने शुरू हुई, हमें सांस लेने में तकलीफ होने लगी और चक्कर आने लगे. जिसके चलते आसपास के लोगों ने अपने घर खाली कर दिए और उसके बाद कई लोगों को उल्टियां व गले में दर्द की शिकायत होने लगी. वहीं पुलिस ने कंटेनर के मालिक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.

Intro:एंकर - जींद के पटियाला चौक क्षेत्र में एक क्लोरीन गैस का पुराना कंटेनर लीक होने से हड़कंप मच गया गैस लीक होने से आसपास के लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी तो प्रशासन को सूचना दी गई घटना कल शाम की है जिसके बाद प्रशासन ने आसपास के क्षेत्र को खाली करवा दिया , गनीमत यह रही कन्टेनर एक स्कूल के बाहर रखा हुआ था और जिस समय यह के झूले तो स्कूल की छुट्टी हो चुकी थी वरना बड़ा हादसा हो सकता था, इस कंटेनर का वजन 900 किलो था और 639 किलो गैस इसमें भरी जा सकती है , लिखित के समय इस में कितनी मात्रा गैस की थी यह साफ नहीं हो पाया


गैस लीकेज पर काबू पाने के लिए पानीपत रिफायनरी से एक टीम बुलाई गई , टीम ने सुबह 10:00 बजे गैस लीकेज को बंद किया और कंटेनर मैं बची गैस को डिस्पोज ऑफ करने के लिए आबादी से दूर वन क्षेत्र में ले जाया गया वहां जेसीबी से गड्ढा खोदकर उसमें कंटेनर को डालने की तैयारी हुई तो वहां जमीन पर अधिकार क्षेत्र का मामला फंस गया फॉरेस्ट विभाग ने अपनी जमीन पर इस काम को करने की अनुमति नहीं दी और , इस आपसी तालमेल की कमी के कारण लगभग डेड घंटे का समय बर्बाद हो गया जिसके बाद कंटेनर को नरवाना रोड स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में ले जाया गया और वहां गड्ढा खोदकर उसमें चुने का पानी भर कर उस सिलेंडर को डुबो दिया गया और बाल खोलकर गैस को निकलने के लिए छोड़ दिया


Body:पानीपत रिफायनरी से आई टीम के सदस्य अनिल कुमार का कहना है कि क्लोरीन गैस एक जहरीली गैस है और जब वह लीकेज स्थल पर पहुंचे तो वहां इसका लेवल बहुत ही ज्यादा था जिसके बाद उन्होंने इसकी लीकेज को बंद किया और अब इसे चूने के पानी में दुबोया गया है जिससे क्लोरीन गैस रिएक्ट कर सोडियम क्लोराइड बनाएगी और इसका प्रभाव खत्म हो जाएगा इस पूरे काम में स्थानीय प्रशासन ने हमारा भरपूर सहयोग किया है

बाइट - अनिल कुमार, सीनियर इंजीनियरिंग असिस्टेंट , रिफाइनरी पानीपत

वही लीकेज स्थल के आसपास लोगों ने बताया कि जैसे ही यह गैस लीक होने शुरू हुई हमें सांस लेने में तकलीफ होने लगी वह चक्कर आने लगे जिसके चलते आसपास के लोगों ने अपने घर खाली कर दिए और उसके बाद कई लोगों को उल्टियां वह गले में दर्द की शिकायत होने लगी , लोगों ने बताया कि गैस के लिए एक होने से आसपास के घरों में रखे स्टील के बर्तन काले रंग के हो गए और यह सब गैस के प्रभाव के कारण हुआ है कल रात से वह अपने घर से बाहर हैं और अब जाकर उन्हें राहत की सांस मिली है

बाइट - सविता व अजय सिंह ,स्थानीय , निवासी


वहीं पुलिस ने इस कंटेनर के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है , पूरे मामले पर स्कैनर के मालिक का कहना है कि यहां कंटेनर 20 25 साल से उनके यहां पड़ा है मेरे दादाजी की पहले धूल साफ करने की फैक्ट्री थी और उसके बाद यह बंद हो गई तो हमने सामान लाकर यहां रख दिया था और कल इसको यहां से हटाने के लिए हम प्रयास कर रहे थे तब यह लीकेज शुरू हुई जिससे लोगों को तकलीफ होने लगी इसके बाद हमने इस को लेकर प्रशासन को सूचित किया।
बाइट - अशोक , कन्टेनर मालिक



Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.