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लॉकडाउन के कारण सब्जी की फसल को हो रहा नुकसान, बर्बादी की कगार पर किसान - हरियाणा कोरोना अपडेट

लॉकडाउन के चलते नारनौंद के किसानों की सब्जी की फसल पर भी असर पड़ने लगा है. किसानों का कहना है कि मजदूरों की कमी के कारण उनकी फसल खेत से सही समय पर नहीं टूट पाती और सही समय पर सब्जी मंडी में भी नहीं पहुंचती जिस कारण नुकसान हो रहा है.

हरियाणा लॉकडाउन नुकसान किसान
हरियाणा लॉकडाउन नुकसान किसान
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Published : Apr 9, 2020, 8:00 AM IST

हिसार: कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लगाए गए लॉकडाउन में किसानों को भी नुकसान हो रहा है. नारनौंद के किसानों की सब्जी की फसल पर लॉकडाउन का बुरा असर पड़ा है. यहां के किसानों का कहना है कि मजदूरों की कमी के कारण उनकी फसल खेत से सही समय पर नहीं टूट पाती.

इसके बाद सही समय पर सब्जी मंडी में भी नहीं पहुंचती जिसके कारण फसल को औने पौने दामों पर बेचना पड़ता है व काफी फसल सब्जी मंडी तक पहुंचते-पहुंचते खराब भी हो जाती है, इसलिए किसानों ने मांग की है कि सरकार को कोई ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए जिससे कि हमारी फसल समय पर टूट सके और सब्जी मंडी तक जा सके ताकि सब्जी के सही दाम मिल सके.

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन से ऑटो चालकों पर आर्थिक संकट, हरियाणा के 1 लाख 47 हजार ऑटो चालक प्रभावित!

किसान राम अवतार ने बताया कि लॉकडाउन के चलते किसान को बहुत दिक्कत आ रही है. किसान की सब्जी की फसल खेत के अंदर ही खड़ी है जो कि खराब हो रही है. लॉकडाउन के कारण बिक्री कम है दूसरी तरफ मंडी के अंदर भाव भी कम मिल रहा है.

फसल देर से तोड़ी जाती है तो मंडी के अंदर आधे दामों पर बिक्री होती है. सब्जी की खेती पर लॉकडाउन का बहुत ज्यादा असर है. वहीं पिछले दिनों हुई बरसात के कारण भी सब्जियां खराब हो गई थी. सरकार से अनुरोध है कि सब्जी को जो किसान मंडी में बेचते हैं उनका भाव निर्धारित होना चाहिए.

वहीं किसानों का ये भी आरोप है कि मंडी के अंदर व्यापारी ज्यादा मुनाफा कमाते हैं और किसान को सब्जी का कम भाव मिलता है, इसलिए सरकार को किसान के बारे में सोचना चाहिए ताकि किसान को सब्जी के सही भाव मिल सके.

ये भी पढ़ें- तब्लीगी जमात के चलते कोरोना के मामलों में आई तेजी- सीएम खट्टर

हिसार: कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लगाए गए लॉकडाउन में किसानों को भी नुकसान हो रहा है. नारनौंद के किसानों की सब्जी की फसल पर लॉकडाउन का बुरा असर पड़ा है. यहां के किसानों का कहना है कि मजदूरों की कमी के कारण उनकी फसल खेत से सही समय पर नहीं टूट पाती.

इसके बाद सही समय पर सब्जी मंडी में भी नहीं पहुंचती जिसके कारण फसल को औने पौने दामों पर बेचना पड़ता है व काफी फसल सब्जी मंडी तक पहुंचते-पहुंचते खराब भी हो जाती है, इसलिए किसानों ने मांग की है कि सरकार को कोई ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए जिससे कि हमारी फसल समय पर टूट सके और सब्जी मंडी तक जा सके ताकि सब्जी के सही दाम मिल सके.

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किसान राम अवतार ने बताया कि लॉकडाउन के चलते किसान को बहुत दिक्कत आ रही है. किसान की सब्जी की फसल खेत के अंदर ही खड़ी है जो कि खराब हो रही है. लॉकडाउन के कारण बिक्री कम है दूसरी तरफ मंडी के अंदर भाव भी कम मिल रहा है.

फसल देर से तोड़ी जाती है तो मंडी के अंदर आधे दामों पर बिक्री होती है. सब्जी की खेती पर लॉकडाउन का बहुत ज्यादा असर है. वहीं पिछले दिनों हुई बरसात के कारण भी सब्जियां खराब हो गई थी. सरकार से अनुरोध है कि सब्जी को जो किसान मंडी में बेचते हैं उनका भाव निर्धारित होना चाहिए.

वहीं किसानों का ये भी आरोप है कि मंडी के अंदर व्यापारी ज्यादा मुनाफा कमाते हैं और किसान को सब्जी का कम भाव मिलता है, इसलिए सरकार को किसान के बारे में सोचना चाहिए ताकि किसान को सब्जी के सही भाव मिल सके.

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