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हिसार: विज्ञान विषय हटाए जाने को लेकर छात्राओं में रोष, स्कूल में जड़ा ताला

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Published : Aug 17, 2019, 9:02 PM IST

सरकारी स्कूलों से विज्ञान विषय हटाए जाने को लेकर अब हिसार के गांव प्रभुवाला के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्राएं धरने पर बैठ गई हैं. लगातार 5 घंटे के धरने के बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कुलभूषण शर्मा मौके पर पहुंचे और फिर छात्राओं को लिखित आश्वासन दिया. जिसके बाद छात्राओं ने स्कूल का ताला खोला.

विज्ञान विषय हटाए जाने को लेकर छात्राओं में रोष

हिसार: खंड उकलाना के तहत आने वाले गांव प्रभुवाला में अपने शिक्षा पर आए संकट को बचाने के लिए बेटियों ने राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के मेन गेट पर ताला जड़ दिया था और अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई थी.

इन बेटियों का आरोप है कि राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल प्रभुवाला से विज्ञान विषय को हटाया जा रहा है. छात्राओं का कहना है कि अगर उनके स्कूल से विज्ञान विषय हटा दिया गया तो उन्हें दर-दर की ठोकरें खाकर बाहर जाकर पढ़ने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.

विज्ञान विषय हटाए जाने का विरोध

छात्राओं में भारी गुस्सा
छात्राओं का कहना है कि एक ओर तो सरकार बेटियों को पढ़ाने के लिए हर 20 किलोमीटर पर कॉलेज खोलने की बातें कर रही है. वहीं दूसरी ओर स्कूलों से विज्ञान विषय को हटा रही है. जिसे लेकर छात्राओं में भारी रोष है.

स्कूल से विज्ञान विषय हटाए जाने का विरोध
छात्राओं की शिक्षा पर छाए संकट को लेकर पूरा गांव बेटियों के समर्थन में उतर आया और स्कूल से विज्ञान विषय हटाए जाने का विरोध किया. लेकिन लगातार 5 घंटे के धरने के बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कुलभूषण शर्मा मौके पर पहुंचे और फिर छात्राओं को लिखित आश्वासन दिया. जिसके बाद छात्राओं ने स्कूल का ताला खोला.

समस्या का समाधान न होने पर हड़ताल पर जाएंगे बच्चे
स्कूल प्रबंधन समिति प्रभुवाला के प्रधान संजय कुमार ने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी कुलभूषण शर्मा ने लिखित में छात्राओं का आश्वासन दिया. जिसके बाद स्कूल का ताला खोल दिया गया और अगर सोमवार तक इस समस्या का समाधान नहीं करवाया गया तो बच्चे दोबारा से प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे.

हिसार: खंड उकलाना के तहत आने वाले गांव प्रभुवाला में अपने शिक्षा पर आए संकट को बचाने के लिए बेटियों ने राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के मेन गेट पर ताला जड़ दिया था और अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई थी.

इन बेटियों का आरोप है कि राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल प्रभुवाला से विज्ञान विषय को हटाया जा रहा है. छात्राओं का कहना है कि अगर उनके स्कूल से विज्ञान विषय हटा दिया गया तो उन्हें दर-दर की ठोकरें खाकर बाहर जाकर पढ़ने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.

विज्ञान विषय हटाए जाने का विरोध

छात्राओं में भारी गुस्सा
छात्राओं का कहना है कि एक ओर तो सरकार बेटियों को पढ़ाने के लिए हर 20 किलोमीटर पर कॉलेज खोलने की बातें कर रही है. वहीं दूसरी ओर स्कूलों से विज्ञान विषय को हटा रही है. जिसे लेकर छात्राओं में भारी रोष है.

स्कूल से विज्ञान विषय हटाए जाने का विरोध
छात्राओं की शिक्षा पर छाए संकट को लेकर पूरा गांव बेटियों के समर्थन में उतर आया और स्कूल से विज्ञान विषय हटाए जाने का विरोध किया. लेकिन लगातार 5 घंटे के धरने के बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कुलभूषण शर्मा मौके पर पहुंचे और फिर छात्राओं को लिखित आश्वासन दिया. जिसके बाद छात्राओं ने स्कूल का ताला खोला.

समस्या का समाधान न होने पर हड़ताल पर जाएंगे बच्चे
स्कूल प्रबंधन समिति प्रभुवाला के प्रधान संजय कुमार ने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी कुलभूषण शर्मा ने लिखित में छात्राओं का आश्वासन दिया. जिसके बाद स्कूल का ताला खोल दिया गया और अगर सोमवार तक इस समस्या का समाधान नहीं करवाया गया तो बच्चे दोबारा से प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे.

Intro:धरना दे रही बेटियां उसी प्रदेश की है जिस प्रदेश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात कही जा रही है।

अनिश्चितकालीन धरना देने वाली बेटियां अपनी शिक्षा के अधिकार को पाने के लिए मजबूर हैं।

यह बेटियां उसी सरकार को याद दिला रही हैं जो सरकार इन्हें शिक्षा देने के लिए वचनबद्ध है।

प्रदेश में कद्दावर नेता कांग्रेस की जानी मानी हस्ती राज्यसभा सांसद कुमारी शैलजा का गांव है प्रभुवाला।

यह ताला जड़ने वाली बेटियां अपने शिक्षा पर आए संकट की लड़ाई लड़ रही है।

भाजपा के नेता व समर्थक हिसार के मेयर गौतम सरदाना का भी पैतृक गांव है प्रभुवाला

एंकर - जिला हिसार के खंड उकलाना के अंतर्गत आने वाले गांव प्रभुवाला में अपने शिक्षा पर आए संकट को बचाने के लिए बेटियों ने राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के मेन गेट को ताला जड़ दिया और अनिश्चितकालीन धरने पर गेट के सामने बैठ गई। इन बेटियों का आरोप है कि राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल प्रभुवाला से विज्ञान संकाय की शिक्षा हटाई जा रही है। बेटियों का कहना है कि अगर उनके गांव के स्कूल से विज्ञान संकाय की शिक्षा हटा दी गई तो उन्हें दर-दर की ठोकरें खाकर बाहर इलाके में पढ़ने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। एक ओर तो सरकार बेटियों को पढ़ाने के लिए हर 20 किलोमीटर पर कॉलेज खोलने की बातें कर रही है। वहीं दूसरी ओर प्रभुवाला गांव के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विज्ञान संकाय की शिक्षा को हटाया जा रहा है। जिसको लेकर छात्राओं में भारी रोष है और इस रोष के चलते उन्होंने गांव के स्कूल को ताला जड़ अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।

छात्राओं की शिक्षा पर छाए संकट को लेकर पूरा गांव बेटियों के समर्थन में उतर आया है और स्कूल से विज्ञान संकाय की शिक्षा हटाए जाने का विरोध कर रहा है।

Body:वीओ -- गांव की सरपंच बलजिंदर कौर ने कहा कि ग्राम पंचायत भी चाहती है कि गांव में विज्ञान संकाय की कक्षा रेगुलर लगती रहे। क्योंकि गांव से छात्राओं को पढ़ने के लिए दूर जाना पड़ता है और अभिभावक भी आज के समय में बेटियों को ज्यादा दूर भेजने में झिझक करते हैं सरपंच ने कहा कि इस संदर्भ में पर संबंधित विभाग को सूचित किया जा चुका है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।

बाइट - बलजिंदर कौर, सरपंच प्रभुवाला।Conclusion:
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