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सेंटर से दूर आग लगी तो अग्निशमन केंद्र को नहीं पता कहां से भरना होगा पानी ? - Hisar News

अगर कहीं आग लग जाए तो उससे निपटने के लिए अग्निशमन विभाग कितना तैयार है, ये जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम हिसार के फायर विभाग ऑफिस पहुंची जहां पता चला कि उनके पास ना तो पर्याप्त अधिकारी हैं और ना ही रिफिल की कोई सही व्यवस्था.

hisar fire station
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Published : Mar 27, 2021, 1:51 PM IST

हिसारः गर्मियों में अक्सर आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं. और जब आग लगती है तो सबसे जरूरी होता है कि वक्त पर फायर ब्रिगेड पहुंच जाए. लेकिन जब आग भयंकर लगती है तो फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को कई बार पानी भरना पड़ता है तो सवाल उठता है कि अग्निशमन विभाग के पास अपनी गाड़ियों में पानी रिफिल करने की क्या सुविधाएं हैं. यही जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम हिसार के फायर स्टेशन पहुंची.

सेंटर से दूर आग लगी तो अग्निशमन केंद्र को नहीं पता कहां से भरना होगा पानी

ये भी पढ़ेंः करनालः फसल कटाई का सीजन आ गया है, आग लगने पर ऐसे मांगें मदद

फायर सेफ्टी ऑफिसर दलबीर सिंह ने कहा कि उनके पास स्टाफ की कमी है लेकिन रिफिल की व्यवस्था दुरुस्त है. उन्होंने बताया कि हमारे पास 16 छोटे-बड़े अग्निशमन वाहन हैं और भीड़ वाले क्षेत्रों में जाने के लिए छोटी गाड़ी और बाइक भी हैं. विभाग में कर्मचारियों की कमी है जिसको लेकर हेडक्वार्टर को लिखा गया है, उम्मीद है जल्द ही समाधान हो जाएगा. वहीं पानी के स्त्रोत को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे यहां 12 लाख लीटर तक के पानी के स्टॉक के लिए टैंक बना हुआ है, साथ ही हमारी मशीनें कहीं भी आस-पास के क्षेत्र में नदी, नाले, तालाब, ट्यूबेल आदि से पानी ले सकती हैं

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कैसे पानी की पूर्ति करता है हिसार अग्निशमन विभाग

दलबीर सिंह का दावा सही हो सकता है लेकिन अगर मान लीजिए कहीं ऐसी जगह आग लग जाती है जिसके आसपास कोई तालाब या नहर ना हो तो क्या होगा. ऐसे में कैसे इतनी दूर से फायर ब्रिगेड पान लाकर वक्त पर आग बुझा सकेगी.

ये भी पढ़ेंः साल 2020 में पानीपत में दर्ज हुए 640 फायर केस, जानें फायर कंट्रोल सिस्टम कितना जरूरी?

सामाजिक कार्यकर्ता अरुण सिहाग ने कहा कि दमकल विभाग में गाड़ियों और कर्मचारियों की संख्या बहुत कम है. विभाग में 15 के करीब गाड़ियां हैं जिनमें से बहुत से पुराने मॉडल हैं और आधुनिक संसाधनों से लैस नहीं हैं. एक-दो नई गाड़ियां हैं जो लेटेस्ट हैं, जब से हिसार नगर निगम बना है यहां मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनने लगी हैं तो विभाग को भी अपडेट होना चाहिए क्योंकि इनके पास 2 फ्लोर से ऊपर से ज्यादा के संसाधन ही नहीं हैं.

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हिसार फायर विभाग के पास कितनी ताकत ?

ये भी पढ़ेंः खानपुर महिला मेडिकल कॉलेज के सभी 423 फायर सिलेंडर हुए एक्सपायर, आगजनी की घटना राम भरोसे

वहीं हिसार के आसपास बहुत बड़ा इंडस्ट्रियल एरिया भी है जो इनके ऑफिस से बहुत दूर है और गाड़ियों को पानी रिफिल करने के लिए वापस ऑफिस तक आना पड़ता है, तो बहुत समय लग जाता है ऐसे में शहर के अलग कॉर्नर में रिफिल के लिए ट्यूबवेल लगवाने चाहिए ताकि हादसे के समय जल्दी रिफिलिंग की जा सके.

हिसारः गर्मियों में अक्सर आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं. और जब आग लगती है तो सबसे जरूरी होता है कि वक्त पर फायर ब्रिगेड पहुंच जाए. लेकिन जब आग भयंकर लगती है तो फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को कई बार पानी भरना पड़ता है तो सवाल उठता है कि अग्निशमन विभाग के पास अपनी गाड़ियों में पानी रिफिल करने की क्या सुविधाएं हैं. यही जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम हिसार के फायर स्टेशन पहुंची.

सेंटर से दूर आग लगी तो अग्निशमन केंद्र को नहीं पता कहां से भरना होगा पानी

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फायर सेफ्टी ऑफिसर दलबीर सिंह ने कहा कि उनके पास स्टाफ की कमी है लेकिन रिफिल की व्यवस्था दुरुस्त है. उन्होंने बताया कि हमारे पास 16 छोटे-बड़े अग्निशमन वाहन हैं और भीड़ वाले क्षेत्रों में जाने के लिए छोटी गाड़ी और बाइक भी हैं. विभाग में कर्मचारियों की कमी है जिसको लेकर हेडक्वार्टर को लिखा गया है, उम्मीद है जल्द ही समाधान हो जाएगा. वहीं पानी के स्त्रोत को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे यहां 12 लाख लीटर तक के पानी के स्टॉक के लिए टैंक बना हुआ है, साथ ही हमारी मशीनें कहीं भी आस-पास के क्षेत्र में नदी, नाले, तालाब, ट्यूबेल आदि से पानी ले सकती हैं

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कैसे पानी की पूर्ति करता है हिसार अग्निशमन विभाग

दलबीर सिंह का दावा सही हो सकता है लेकिन अगर मान लीजिए कहीं ऐसी जगह आग लग जाती है जिसके आसपास कोई तालाब या नहर ना हो तो क्या होगा. ऐसे में कैसे इतनी दूर से फायर ब्रिगेड पान लाकर वक्त पर आग बुझा सकेगी.

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सामाजिक कार्यकर्ता अरुण सिहाग ने कहा कि दमकल विभाग में गाड़ियों और कर्मचारियों की संख्या बहुत कम है. विभाग में 15 के करीब गाड़ियां हैं जिनमें से बहुत से पुराने मॉडल हैं और आधुनिक संसाधनों से लैस नहीं हैं. एक-दो नई गाड़ियां हैं जो लेटेस्ट हैं, जब से हिसार नगर निगम बना है यहां मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनने लगी हैं तो विभाग को भी अपडेट होना चाहिए क्योंकि इनके पास 2 फ्लोर से ऊपर से ज्यादा के संसाधन ही नहीं हैं.

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हिसार फायर विभाग के पास कितनी ताकत ?

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वहीं हिसार के आसपास बहुत बड़ा इंडस्ट्रियल एरिया भी है जो इनके ऑफिस से बहुत दूर है और गाड़ियों को पानी रिफिल करने के लिए वापस ऑफिस तक आना पड़ता है, तो बहुत समय लग जाता है ऐसे में शहर के अलग कॉर्नर में रिफिल के लिए ट्यूबवेल लगवाने चाहिए ताकि हादसे के समय जल्दी रिफिलिंग की जा सके.

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